
BHU Bawaal: बीएचयू में बुधवार देर रात छात्रा से छेड़खानी मामला अब खींचता चला जा रहा है। गुरुवार को हजारों छात्रों ने कैंपस में आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए 11 घंटे तक प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। प्रकरण ने इतना तूल पकड़ा कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने इसे लेकर प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे।
इतना ही नहीं, इस प्रकरण (BHU Bawaal) का संज्ञान मुख्यमंत्री व पीएमओ ने भी लिया था। जिसके बाद लापरवाही बरतने के आरोप में लंका थाना प्रभारी अश्वनी कुमार पांडे को लाइन हाजिर कर दिया गया। हालांकि लंका थाना प्रभारी के खिलाफ जो कार्रवाई हुई, यह कोई नई बात नहीं है। बीएचयू का इतिहास रहा है कि जब-जब यहां बवाल हुए, तब तब थाना प्रभारियों के ऊपर आंच गिरी है। इस बात को लेकर लंका थाने के पुलिसकर्मी भी शुक्रवार को काफी चर्चा करते नजर आए। पुलिसकर्मियों का कहना है कि बीएचयू में आए दिन हो रहा बवाल अब तो लंका थाने के लिए श्राप बन चुका है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीएचयू कैंपस में अप्रैल 2013 में छात्रों के बीच मारपीट (BHU Bawaal) की एक बड़ी घटना हुई थी। इसमें तत्कालीन थाना प्रभारी अवधेश कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया था। नवंबर 2014 में बिड़ला और एलबीएस छात्रावास में रहने वाले छात्रों के बीच जमकर मारपीट की घटना हुई। इस घटना में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश सिंह का छोटा बेटा भी घायल हुआ था। इसमें पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए तत्कालीन थाना प्रभारी विनोद कुमार यादव को लाइन हाजिर कर दिया था।
BHU Bawaal: पिस्टल से फायरिंग में नपे नगवां चौकी प्रभारी
इसके बाद वर्ष जुलाई 2016 में एक छात्र के साथ लैब टेक्नीशियन ने कुकर्म किया था। इसमें तत्कालीन थाना प्रभारी रमेश यादव को हटाकर रामनगर भेज दिया गया था। अक्टूबर 2017 में छात्रों के बीच हुए विवाद (BHU Bawaal) में तत्कालीन नगवां चौकी प्रभारी ने अपनी सर्विस पिस्टल से छात्रों पर फायर कर दिया था। जिसके कारण छात्रों का बवाल और बढ़ गया था। इस घटना के बाद नगवां चौकी प्रभारी और तत्कालीन थाना प्रभारी राजीव सिंह को निलंबित कर दिया गया था।
वर्ष 2020 में बीएचयू के छात्र को हिरासत में गायब होने के मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी भारत भूषण तिवारी को थाने के कार्य से मुक्त कर दिया गया था। अब 2023 में बीएचयू में छात्रा से छेड़खानी और छात्रों के आक्रोहित रूप से प्रदर्शन के बाद लंका थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया है। जिसके बाद चौक थाना प्रभारी रहे शिवाकांत मिश्रा को लंका थाने की कमान सौंपी गई है। शिवाकांत मिश्रा जनपद के तेज तर्रार थानेदारों में से एक माने जाते हैं।
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