
Varanasi Hotels: वाराणसी में होटल ताज समेत 570 होटलों पर नगर निगम शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है। ये सभी होटल नगर निगम में लाइसेंस फीस नहीं जमा कर रहे हैं। ऐसे में नगर निगम के ओर से इन पर पेनाल्टी लगाते हुए इन्हें सीज करने की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि यदि आवश्यकता पड़ी तो लाइसेंस फीस वसूलने के लिए इन चिह्नित होटलों की कुर्की भी कराई जा सकती है।
जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में वाराणसी में तकरीबन ढाई हजार से अधिक छोटे-बड़े होटल (Varanasi Hotels) संचालित हो रहे हैं। ऐसा कोई इलाका नहीं बचा है जहां होटल न खुले हों। नगर निगम की बैठकों में लगातार राजस्व बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके बावजूद राजस्व में बढ़ोतरी नहीं हो रही है। इसे देखते हुए नगर निगम अपने कर निरीक्षकों से होटलों का सर्वे कराना शुरू किया है।
नियमानुसार होटल का कारोबार करने वालों को नगर निगम में लाइसेंस फीस (Varanasi Hotels) जमा करनी होती है। इसी आधार पर उनका कर निर्धारण और पंजीकरण किया जाता है। ज्यादातर होटल कारोबारी पर्यटन, प्रशासन, फायर, फूड और पुलिस विभाग से लाइसेंस ले लेते हैं, लेकिन नगर निगम में लाइसेंस फीस जमा नहीं करते हैं। जबकि, पिछले दिनों प्रदेश सरकार ने पर्यटन नीति के तहत होटल कारोबारियों को काफी सहूलियत भी दी थी। इसके बाद भी लाइसेंस फीस देने से होटल कारोबारी कतराते हैं।

ये है होटल खोलने हेतु लाइसेंस फीस के लिए स्लैब
फाइव स्टार होटल – 24 हजार रुपए, थ्री स्टार होटल – 18 हजार रुपए, अन्य होटल – 2 हजार रुपए
Varanasi Hotels: कमरों और आमदनी का होगा सर्वे
होटलों की बढ़ती संख्या (Varanasi Hotels) को देखते हुए नगर निगम जोनवार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर सर्वे करा रहा रहा है। इनमें कमरों की संख्या और उनके इनकम का भी सर्वे कराया जा रहा है। इसी आधार पर होटलों से कर वसूला जाएगा। सर्वे के दौरान बगैर लाइसेंस वाले होटलों की भी पहचान की जाएगी। ताकि, उनसे भी वसूली की जा सके। इसके लिए सभी जोनल अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने की जिम्मेदारी दी गई है।

इस बाबत वाराणसी नगर निगम के लाइसेंस प्रभारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि ताज समेत 570 होटलों को नोटिस देकर लाइसेंस फीस जमा करने को कहा गया है। फीस जमा न होने पर सीज और कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। कई होटलों ने बीते दस सालों से फीस जमा नहीं किया है। इन पर पेनाल्टी भी लगाई जाएगी।
नियम है कि हर साल जैसे बाकी विभागों में फीस जमा की जाती है, उसी प्रकार नगर निगम में भी जमा करें। कुछ होटल कारोबारी लापरवाही के कारण लाइसेंस फीस नहीं जमा करते हैं। सभी होटल कारोबारियों से आग्रह किया गया है लाइसेंस फीस जमा कर दें ताकि परेशानी से बच सके।
- गोकुल शर्मा, अध्यक्ष, बनारस होटल एसोसिएशन।
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