![Img](https://thefrontfaceindia.in/assest/img/Sitelogo.png)
![Img](https://thefrontfaceindia.in/assest/img/top-ads-1.jpg)
पुलिस ने बताया कि सनोज ने अपना मोबाइल ऑफ कर दिया था। मोबाइल ऑफ होने की वजह से उन्हें ढूंढना मुश्किल था। ऐसे में यूपी पुलिस संभावित स्थानों पर उनकी तलाश कर रही थी। इसी दौरान उन्हें वाराणसी के अस्सी घाट पर स्पॉट किया गया था। जिसके वाद वाराणसी पहुंचकर उन्हें सकुशल लखनऊ ले जाया गया है।
'क्वीन' की स्टार नौ साल बाद इस लोकप्रिय टीवी शो में लौटीं और फिल्म के साथ-साथ उससे जुड़ी धमकियों पर भी बेबाकी से बात की। कंगना, जो सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपने विचार रखने के लिए जानी जाती हैं, अब 'इमरजेंसी' के लिए सुर्खियों में हैं, जिसके चलते उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं। इन धमकियों पर
फिल्म में जिन आतंकवादियों के नाम बदलकर भोला और शंकर रखे गए हैं, वे असल में मुस्लिम थे। वास्तविक नाम थे इब्राहिम अख्तर, शाहिद अख्तर, सन्नी अहमद, जहूर मिस्त्री और शाकिर। इस पर सोशल मीडिया पर भी फिल्म का विरोध हो रहा है और बहिष्कार की मांग की जा रही है।
वकील सौरभ तिवारी ने अपनी बहस में कहा कि मामले की सीबीआई जांच की मांग उच्च न्यायालय में विचाराधीन है और राज्य सरकार और सीबीआई की ओर से जवाब भी आ चुका है। इस स्थिति में आरोपी को आरोपमुक्त करना उचित नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला से कुछ महत्वपूर्ण रिपोर्ट अभी तक नहीं आई हैं और
आजमगढ़ महोत्सव का यह आयोजन 18 सितंबर से राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में चल रहा था। पांच दिन तक चले इस महोत्सव का समापन रविवार को हुआ, जिसमें अक्षरा सिंह का कार्यक्रम मुख्य आकर्षण था। कार्यक्रम को देखने के लिए 20 हजार से अधिक लोग पहुंचे थे, जिससे भीड़ पर नियंत्रण कर पाना मुश्किल हो गया था।