
Durga Puja Shobhayatra: धर्म की नगरी काशी में देवाधिदेव महावेद के साथ शक्ति की पूजा-उपासना भी बड़े-धूमधाम से की जाती है। 9 देवियों के इस नौ दिवसीय पर्व शारदीय नवरात्र के षष्ठी तिथि (शुक्रवार) को माता का आगमन पंडालों में हो चूका है।
जिस प्रकार से माँ दुर्गा के पंडाल को सजाने व उनकी मूर्ति को अलंकृत करने के लिए सभी समितियां उत्साहित रहती हैं। उसी प्रकार से माँ के आगमन को लेकर भी उनमें खासा उत्साह देखने को मिलता है।
इसी कड़ी में सेमरा स्थित जीत रिवेरा कैंपस में चल रही नौ दिनों की नवरात्रि उत्सव में भी जीत होम्स सोसाइटी के पुरुषों और महिलाओं में माँ के आगमन को लेकर काफी हर्षोल्लास (Shobhayatra) नजर आया। जीत होम्स सोसाइटी द्वारा रामनगर में चल रहे नौ दिनों की नवरात्रि उत्सव में शुक्रवार को कलश शोभायात्रा निकाली गई। यह कलश शोभायात्रा माता दुर्गा के आगमन को लेकर निकाली गयी और इसके बाद माँ की प्रतिमा को पंडाल में स्थापित किया गया।

इस कलश शोभायात्रा (Shobhayatra) में सभी महिलाएं सोलह श्रृंगार किए हुए नजर आयी और इसके अलावा उन्होंने लाल-पीले व् हरे रंग की साड़ियाँ धारण कर रखा था। वह दृश्य काफी मनोरम और भाव-विभोर कर देने वाला था, जब अपने माथे पर माता के नाम का कलश रख पूरे रास्ते महिलाएं जय माता दी के उद्घोष करते हुए चल रही थी। बाजे-गाजे के साथ महिलाएं मां के गीत गाते-गुनगुनाते चल रही थी।

जीत रिवेरा कैंपस से नमो घाट तक गई Durga Puja Shobhayatra
यह कलश शोभायात्रा (Shobhayatra) जीत रिवेरा कैंपस से होकर नमो घाट तक गई। जहाँ पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महिलाओं ने पूजा करके अपने-अपने कलश में जल भरा और फिर वापस जीत रिवेरा के कैंपस आयी। वहीं इस कलश की पूजा अब नवरात्र भर प्रतिदिन माँ की आराधना करते हुए की जाएगी। सभी लोग माँ के इस कलश पर पुष्पांजलि व उनकी पूजा कर माँ का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।

बता दें कि सनातन धर्म के धार्मिक ग्रंथों में मां गंगा की महिमा का वर्णन है। माँ गंगा का जल सनातन धर्म में कायिक-वाचिक और मानसिक तनाव से मुक्ति दिलाता है और शुद्धता का प्रतीक है। इसीलिए माँ गंगा के जल को लाकर किसी भी धार्मिक यज्ञ और अनुष्ठान को शुद्ध किया जाता है ताकि उस अनुष्ठान में कोई भी विघ्न व बाधा ना आए एवं मन और शरीर को भी शुद्धि प्राप्त होती है। इसी सोच व धारणा के साथ यह कलश शोभायात्रा निकाली गयी और अब से दशमी तक माँ की पूजा-आराधना बड़े भी भव्य-दिव्य रूप में जीत होम्स सोसाइटी द्वारा की जाएगी। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन 21 से 24 अक्टूबर तक होगा।
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