
Deoria Murder Case: उत्तर प्रदेश के देवरिया में हुए जघन्य हत्याकांड को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता पूर्वक लिया है। उन्होंने घटना वाले दिन से ही दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सीएम ने गुरुवार को घटना की गहन समीक्षा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषी कोई भी हो, हर एक पर कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री के आदेश पर इस घटना की प्रशासनिक स्तर पर जाँच हुई। जिसमें जनपद के तहसील एवं थाने के अधिकारियों की लापरवाही सामने आई। जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए 15 विभागीय एवं प्रशासनिक अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया।
शासन की रिपोर्ट में पाया गया कि जनपद देवरिया के रुद्रपुर थाना अंतर्गत हुए हत्याकांड (Deoria Murder Case) में पहले से ही जमीन का विवाद था, जिसमें जिला पंचायत सदस्य की हत्या हुई थी। उक्त विवाद के संबंध में स्व।सत्य प्रकाश दुबे द्वारा ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा के संबंध में आईजीआरएस के अंतर्गत अनेक शिकायतें मुख्यमंत्री संदर्भ के रूप में आनलाइन पुलिस विभाग/राजस्व विभाग को भेजी गई थीं एवं दोनो विभाग के संबंधित अधिकारियों द्वारा गम्भीरतापूर्व संज्ञान लेकर निस्तारण नहीं कराया गया।
Deoria Murder Case: सीएम ने दिया विभागीय कार्रवाई का आदेश
इस पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए सीएम योगी ने वर्तमान उपजिलाधिकारी योगेश कुमार गौड़ एवं क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर जिलाजीत को तत्काल निलंबित कर दिया। इसके बाद पूर्व में उपजिलाधिकारी रहे राम विलास, ओम प्रकाश, ध्रुव शुक्ला एवं संजीव कुमार उपाध्याय के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही का आदेश दिया। वहीं सेवानिवृत्त तहसीलदार वंशराज राम एवं सेवानिवृत्त राजस्व निरीक्षक रामानन्द पाल के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही का भी आदेश (Deoria Murder Case) दिया।
मुख्यमंत्री ने अपने दिए आदेश में कहा कि अभय राज (वर्तमान में निलंबित तहसीलदार) को अतिरिक्त आरोप पत्र जारी किया जाए। रामाश्रय तत्कालीन तहसीलदार, सम्प्रति तहसीलदार जनपद बलरामपुर को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही संस्थित की जाए तथा केशव कुमार तहसीलदार रूद्रपुर को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही की जाए।
विशाल नाथ यादव (राजस्व निरीक्षक), राजनन्दनी यादव (क्षेत्रीय लेखपाल), अखिलेश (लेखपाल) को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही की जाए। हेड कॉन्स्टेबल राजेश प्रताप सिंह, कॉन्स्टेबल अवनीश चौहान, हल्का प्रभारी / उपनिरीक्षक जय प्रकाश दुबे व प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार सिंह को निलंबित कर विभागीय कार्यवाही (Deoria Murder Case) शुरू की जाए। पूर्व में आईजीआरएस के संदर्भों में निस्तारण में लापरवाही के लिये उत्तरदायी पाए गए कांस्टेबल कैलाश पटेल, कॉन्स्टेबल राम प्रताप कन्नौजिया, सुभाष यादव एवं उ० नि० सुनील कुमार, पूर्व प्रभारी निरीक्षक, रूद्रपुर को निलंबित किया जाए तथा तत्कालीन क्षेत्राधिकारी, रूद्रपुर दिनेश कुमार सिंह यादव के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही प्रारंभ की जाए।