
हिंदुओं के प्रसिद्ध ग्रंथ ‘रामचरितमानस’ पर बवाल काटने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने अब बागेश्वर (Bageshwar) धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को निशाना बनाया है। एक ओर जहां बिहार सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को बिहार आने से रोक रही है, वहीं दूसरी ओर बिहार के शिक्षा मंत्री का बयान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के प्रति पूरी तरह से विरोधात्मक है।
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने कहा, ‘बाबा बागेश्वर अगर गंदे काम करने आएंगे, तो बिहार इजाजत नहीं देगा। अगर नफरत फैलाने आए हो, तो आडवाणी भी जेल गए थे और लोग भी जाएंगे। बागेश्वर बाबा हो या कोई बाबा हो, उनके पास कोई तिलस्म या चमत्कार नहीं है।
बिहार के शिक्षा मंत्री ने आरोप लगाया कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और उनके जैसे लोग धर्म के नाम पर व्यापार करते हैं। बता दें कि मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले स्थित बागेश्वर बालाजी धाम में लाखों भक्त अपनी अर्जी लगाने पहुंचते हैं। वहां भगवान हनुमान का मंदिर है। जिसके महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हैं। उधर राजद नेता व मंत्री तेज प्रताप यादव ने भी शास्त्री को रोकने के लिए पूरी सेना तैयार करके बैठे हैं। वहीँ इस मामले में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने राजद नेताओं को चुनौती दी है कि वे इस्लाम और ईसाई प्रचारकों के ऊपर ऐसी टिप्पणी करके दिखाएं।
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राजद को जगदानंद और चंद्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। जगदानंद ने राम मंदिर को ‘नफरत की जमीन पर बनने वाला धर्म स्थल’ कहा था। मोदी ने पूछा कि लालू यादव ने इस बयान पर मौन साधा, किसका वोट पाने के लिए? उन्होंने याद किया कि कैसे राजद नेता गुलाम रसूल बलियावी ने पूरे बिहार को कर्बला की भूमि बना देने की धमकी दी थी। भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा की विपक्ष में रहने पर राजद को मंदिर और हवन पूजन याद आता है। जबकि सत्ता में आते ही यह लोग अहंकारी हो जाते हैं।
बिहार के शिक्षा मंत्री ने कहा बाबा के चमत्कार की हवा तो मशहूर माइंड रीडर सुहानी शाह निकाल चुकी हैं। उनका सारा तिलस्म झूठ का कबाड़ है। बता दें कि शनिवार (13 मई 2023) को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बिहार पहुंच रहे हैं। पटना के नौबतपुर में उनका कार्यक्रम प्रस्तावित है। इस दौरान बिहार व झारखंड से लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। आयोजकों का कहना है कि इसके सामने गांधी मैदान भी छोटा पड़ गया है।
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