क्या भारत में फिर कुछ बड़ा होने वाला है? प्रधानमंत्री आवास पर हाईलेवल मीटिंग, शाह और डोभाल ने POK और आतंकवाद को लेकर बनाई यह रणनीति

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार की शाम अपने सरकारी आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर एक अहम बैठक की, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल रहे। बैठक को लेकर भले ही सरकार की ओर से कोई आधिकारिक वक्तव्य नहीं आया हो, लेकिन माना जा रहा है कि यह चर्चा हाल ही में सफल रहे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और उसके बाद की रणनीतिक परिस्थितियों को लेकर केंद्रित रही।

जानकारी के मुताबिक, यह उच्चस्तरीय बैठक शुक्रवार शाम लगभग 7 बजे संपन्न हुई। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि बैठक में पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर भारतीय कार्रवाई के परिणाम और आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। यह मीटिंग ऐसे वक्त हुई जब भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव के बाद हालात धीरे-धीरे स्थिर हो रहे हैं, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से स्थिति अब भी संवेदनशील बनी हुई है।

 

शाह ने ऑपेरशन सिंदूर पर दिया बड़ा बयान

 

 बैठक से पूर्व दिल्ली में खुफिया एजेंसियों के लिए नये मल्टी एजेंसी इंटेलिजेंस सेंटर का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को प्रधानमंत्री मोदी के मजबूत नेतृत्व, खुफिया एजेंसियों की सटीक जानकारी और भारतीय सशस्त्र बलों की बेहतरीन क्षमता का नतीजा बताया। उन्होंने कहा कि 26/11 जैसे आतंकी हमलों के बाद खुफिया समन्वय को सशक्त करने के लिए स्थापित यह केंद्र आतंकवाद और सुरक्षा संबंधी खतरों के विरुद्ध एक निर्णायक भूमिका निभाएगा।

 

पहलगाम हमले का जवाब था ऑपेरशन सिंदूर

 

गौरतलब है कि भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 7 मई को तड़के पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में मौजूद आतंकी अड्डों पर सटीक हमले किए थे। यह जवाब 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के प्रतिउत्तर में दिया गया था, जिसमें केंद्रीय बलों को निशाना बनाया गया था।

 

इसके बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान ने सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति जताई थी। हालांकि भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह कोई स्थायी विराम नहीं है, बल्कि भविष्य की किसी भी कार्रवाई का निर्णय पाकिस्तान के व्यवहार पर निर्भर करेगा।

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