नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की जवाबी रणनीति ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से की गई मिसाइल कार्रवाई ने पाकिस्तान में खलबली मचा दी है। भारतीय हमलों के चलते लाहौर जैसे बड़े शहर में पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह ध्वस्त हो गया है, जिससे उसकी सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
लाहौर में धमाकों से मचा हड़कंप
गुरुवार सुबह से ही पाकिस्तानी मीडिया में लाहौर और उसके आसपास धमाकों की खबरें छाई रहीं। वहीं, सीमावर्ती इलाकों से भी इसी तरह की रिपोर्टें सामने आईं, जिसके बाद भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (PIB) ने दोपहर 2:34 बजे आधिकारिक बयान जारी किया। इसमें साफ कहा गया कि पाकिस्तान की तरफ से माहौल को तनावपूर्ण बनाने की हर कोशिश को भारत ने नाकाम कर दिया है।
भारत की रणनीति संतुलित, पर करारा
सरकारी बयान में यह भी दोहराया गया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने सधे हुए और गैर-उत्तेजक कदम उठाए थे। सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने से परहेज किया गया, परन्तु यदि पाकिस्तान भारत की सीमाओं के भीतर कोई भी सैन्य कार्रवाई करता है, तो उसका उत्तर समान ताकत से दिया जाएगा। यह चेतावनी अब प्रत्यक्ष रूप से दिखाई दे रही है।
भारत के 15 शहर बने पाक हमले के लक्ष्य
PIB द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने उत्तर और पश्चिम भारत के विभिन्न शहरों—जैसे श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, चंडीगढ़, नल और भुज—को ड्रोन और मिसाइल हमलों से निशाना बनाने की कोशिश की। भारत के काउंटर-यूएएस सिस्टम और एयर डिफेंस तंत्र ने सभी हमलों को विफल कर दिया। इन हमलों के बाद मलबा जब्त किया गया और उसकी जांच की जा रही है।
जवाबी कार्रवाई में पाक ठिकाने तबाह
गुरुवार की सुबह भारत की सशस्त्र सेनाओं ने बहुप्रतीक्षित जवाबी हमले किए, जिनमें पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण सैन्य और तकनीकी ठिकानों को लक्षित किया गया। इस कार्रवाई में लाहौर स्थित एयर डिफेंस इंफ्रास्ट्रक्चर का पूरी तरह खात्मा कर दिया गया। खुफिया सूत्रों की मानें तो इस हमले से पाकिस्तान की वायु सुरक्षा प्रणाली को गहरा आघात पहुंचा है।
नियंत्रण रेखा पर भी हिंसा, भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब
जम्मू-कश्मीर के नियंत्रण रेखा से सटे कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ और राजौरी जैसे संवेदनशील इलाकों में भी पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी की गई। मोर्टार हमलों में 16 नागरिकों की मौत हो गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। भारत ने इस नापाक हरकत का भी तुरंत और तीखा जवाब दिया, जिसके बाद पाकिस्तान को गोलाबारी रोकनी पड़ी।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान अलग-थलग
भारत की कूटनीति और संयमित जवाबी कार्रवाई ने उसे वैश्विक समर्थन दिलाया है, जबकि पाकिस्तान की बौखलाहट और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने की नीति पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उसकी आलोचना हो रही है। भारत लगातार यह संदेश दे रहा है कि वह युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अपनी सुरक्षा से कभी समझौता नहीं करेगा।