आज के डिजिटल युग में हर इंसान के पास एक शक्तिशाली उपकरण है – स्मार्टफोन। यही उपकरण न सिर्फ संचार का जरिया है, बल्कि आपात स्थिति में आपकी और दूसरों की जान भी बचा सकता है। भारत में हुए ऑपरेशन सिंदूर ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया से देश को सुरक्षित रखा जा सकता है। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पहलगाम में घुसे आतंकियों को कठोर जवाब दिया और सीमा पार तक कार्रवाई करते हुए उन्हें ऐसा सबक सिखाया जो पीढ़ियों तक याद रहेगा।
इस घटनाक्रम के बाद पूरे देश में मॉक ड्रिल्स आयोजित की गई ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी पूरी हो सके। इसमें आम नागरिक भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं – अपने स्मार्टफोन में इमरजेंसी अलर्ट (SOS) को एक्टिव करके। यह फीचर आपको और आपके आसपास के लोगों को किसी भी खतरे की स्थिति में तुरंत अलर्ट करता है।
एंड्रॉयड फोन में SOS अलर्ट ऐसे करें ऑन:
1. सबसे पहले अपने एंड्रॉयड फोन की सेटिंग्स में जाएं।
2. नीचे स्क्रॉल करते हुए Safety & Emergency विकल्प को चुनें।
3. अब Wireless Emergency Alerts पर टैप करें।
4. यहां आप इस सेवा को Allow कर सकते हैं और नीचे दिए गए सभी विकल्पों को सक्रिय करें।
इतना करते ही आपका एंड्रॉयड फोन आपातकालीन अलर्ट्स को रिसीव करने के लिए तैयार हो जाएगा।
आईफोन में SOS अलर्ट ऑन करने की प्रक्रिया:
1. अपने iPhone की Settings खोलें।
2. Notifications सेक्शन पर टैप करें।
3. स्क्रॉल करके सबसे नीचे जाएं, जहां Government Alerts का विकल्प मिलेगा।
4. इसमें मौजूद Test Alerts को ऑन करें।
अब iPhone भी इमरजेंसी अलर्ट्स को दिखाने और सुनाने के लिए सक्षम हो गया है।
इमरजेंसी अलर्ट्स क्यों जरूरी हैं?
इमरजेंसी अलर्ट्स का सबसे बड़ा फायदा यह है कि जब भी सरकार की ओर से किसी आपदा या संकट की स्थिति में चेतावनी जारी की जाती है, तो यह अलर्ट सीधे आपके फोन पर फ्लैश होता है। इसकी खास बात यह है कि चाहे आपका फोन साइलेंट मोड पर क्यों न हो, यह अलर्ट तेज़ बीप के साथ स्क्रीन पर दिखाई देता है। यह चेतावनी आपको किसी संभावित खतरे से पहले ही सावधान कर सकती है – चाहे वह प्राकृतिक आपदा हो, आतंकवादी हमला हो या कोई अन्य राष्ट्रीय संकट।
पहले हो चुकी है तकनीकी टेस्टिंग
भारत सरकार ने इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम की टेस्टिंग भी की है। अक्टूबर 2023 में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) ने देशभर के मोबाइल यूजर्स को एक टेस्ट अलर्ट भेजा था। यह अलर्ट एक विशिष्ट बीप और फ्लैश संदेश के रूप में था, जो देश के विभिन्न हिस्सों में एंड्रॉयड और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर एक साथ देखा गया। उस समय सरकार ने स्पष्ट किया था कि यह प्रणाली बाढ़, भूकंप, सुनामी और युद्ध जैसी गंभीर स्थितियों में नागरिकों को समय पर सूचना देने के उद्देश्य से विकसित की जा रही है।
जागरूक बनें, दूसरों को भी जागरूक करें
आज जब हर व्यक्ति के हाथ में स्मार्टफोन है, तो तकनीक का सही इस्तेमाल कर हम खुद को और समाज को ज्यादा सुरक्षित बना सकते हैं। इमरजेंसी अलर्ट ऑन करने से न केवल आपको समय रहते जरूरी सूचनाएं मिलेंगी, बल्कि आप दूसरों को भी अलर्ट करके उनकी सहायता कर सकते हैं।