
कट्टरपंथियों के गंगा जमुनी तहजीब ने बीच रास्ते में ही कहीं दम तोड़ दिया ,क्योंकि रामनवमी का अवसर था। चूंकि हिंदुओं का प्रसिद्ध त्यौहार था, तो इनके कथित तौर पर तहजीब का विध्वंस होना तो तय था।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) समेत देश के कई हिस्सों में रामनवमी पर हिंसा की खबरें आई है। लखनऊ के जानकीपुरम थाना क्षेत्र में शोभा यात्रा पर पथराव किया गया है। यह पथराव मस्जिद के सामने जुलूस निकालने के दौरान हुआ। शोभायात्रा में शामिल गाड़ी में तोड़फोड़ की गई। वहीं पीड़ित पक्ष ने मुस्लिम महिलाओं द्वारा पत्थर फेंके जाने का आरोप लगाया है।
जानकीपुरम थाना क्षेत्र में निकाली गई शोभायात्रा के संयोजक और भाजपा नेता कुलदीप सिंह राठौर ने बताया कि इस यात्रा के लिए उन्होंने अधिकारियों से अनुमति ली थी। बावजूद इसके यात्रा अराजकता का शिकार हुई। उन्होंने बताया कि घटना के समय यात्रा ठीक से यात्रा शुरू भी नहीं हुई थी और अधिकतम 50 लोग ही जमा होकर आगे की तैयारी कर रहे थे।
शोभा यात्रा में शामिल किसी व्यक्ति ने ना तो किसी से बहस की और ना ही किसी तरह का कोई विवाद हुआ। जैसे ही शोभायात्रा शाही मस्जिद के सामने से निकलने लगी, वैसे ही छत के ऊपर से महिलाओं ने पत्थर मारने शुरू कर दिए और नीचे नाबालिग लड़कों ने हमला कर दिया। इस दौरान पुरुषों के वयस्क हमलावरों की संख्या लगभग 20 के आसपास बताई जा रही है। शोभायात्रा में शामिल लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले उपद्रवियों ने यात्रा में शामिल एक वाहन को तोड़ डाला। इतना ही नहीं इसमें शामिल लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा भी गया।
थाने में कोई सुनवाई नहीं pic.twitter.com/hN05s2lvo5
— Kuldeep Singh RathOur🇮🇳 (@KuldeepBjpUP) March 30, 2023
हम ही पीड़ित, हम पर ही कार्रवाई
शोभायात्रा के आयोजक टीम के एक मेंबर को सिर पर चोट लगने की जानकारी सामने आई है। वहीं विवाद के बाद टूटे वाहन की फोटो कुलदीप सिंह ने अपने टि्वटर हैंडल पर शेयर भी की है। कुलदीप सिंह ने आरोप लगाया कि भगवा यात्रा में शामिल लगभग 7 लोगों को पुलिस ने कस्टडी में ले लिया है। इसमें कई बच्चे नाबालिग भी हैं। पुलिस वाले तमाम मिन्नतों के बाद भी उन लोगों को नहीं छोड़ रहे हैं। भाजपा नेता कुलदीप ने दावा किया कि उनकी तरफ से नाबालिग सहित लगभग 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जबकि हमलावरों की ओर से केवल दो लोगों को ही थाने में लाया गया है। पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट होते हुए कुलदीप ने हमलावरों पर कार्रवाई और अपने साथी की रिहाई की मांग की। जानकीपुरम थाना के थाना प्रभारी बृजेश त्रिपाठी ने कहा कि अभी किसी के ओर से तहरीर नहीं दी गई है इसलिए आगे की कार्यवाही नहीं की गई है। रामनवमी जुलूस में शामिल लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।

वहीँ कुलदीप सिंह ने बताया कि पिछली बार की रामनवमी में भी कट्टरपंथियों ने हिंदुओं से विवाद किया था। तब गोली भी चल गई थी, लेकिन पुलिस बार-बार से अज्ञात में FIR दर्ज करती हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी के पार्षद चांद पर स्थानीय असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। लखनऊ पुलिस उत्तरी जोन के डीसीपी कासिम आब्दी ने इस विवाद की वजह DJ पर हो रहे गाने को बताया। डीसीपी ने मस्जिद के आगे कहासुनी को स्वीकार करते हुए दोनों पक्षों को थाने लाने की जानकारी दी है। मौके पर शांति बताते हुए उन्होंने कहा कि आगे की कार्यवाही जा रही है।
थाना जानकीपुरम क्षेत्र में 2 पक्षों में कुछ विवाद हो गया था। पुलिस मौके पर पहुंची। सुमित नामक व्यक्ति गांव के कुछ लोगों के साथ डीजे पर गाना बजा रहा था और उनका काफिला जब शाही मस्जिद से निकला तो वहां कुछ लोगों ने आपत्ति की। इनके बीच आपस में कहासुनी हुई। दोनों पक्षों को थाने लाया… pic.twitter.com/Yq4Oks4zqX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 30, 2023
उधर गुजरात के बड़ोदरा में भी रामनवमी जुलूस पर उपद्रवियों ने माहौल बिगाड़ने का काम किया। बड़ोदरा के फतेहपुरा इलाके में एक ही दिन में दो बार शोभायात्रा को निशाना बनाया गया। दोनों बार शोभायात्रा पर पथराव किया गया। जिसके बाद पूरे इलाके में तनाव है। पुलिस को उपद्रवियों को काबू करने में आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। दोपहर में पथराव के बाद पुलिस ने स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया था, लेकिन शाम होते ही फिर से उपद्रव मचने से पुलिस के दावे और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठने लगे।

गुजरात के बड़ोदरा शहर के फतेहपुर में रामनवमी पर शोभायात्रा का आयोजन किया गया था। इस दौरान जुलुस पर कुछ अराजकतत्वों ने दोपहर के समय पथराव किया। पुलिस उपाधीक्षक जगनिया ने कहा कि इस उपद्रवी घटना में कुछ गाड़ियाँ क्षतिग्रस्त हो गईं, हालांकि कोई घायल नहीं हुआ। जुलूस पुलिस सुरक्षा में पूर्व मार्ग से निकाला गया। जगनिया व अन्य पुलिस अधिकारी घटना की जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोपहर में स्थिति पूरी तरह काबू में होने का दावा किया, लेकिन शाम को एक बार फिर से स्थिति नियंत्रण के बाहर हो गई।
Stone pelting, Violence reported on #RamNavami processions by Ms from various states:-#Vadodara, Gujarat#Howrah, 👇West Bengal#Sambhaji Nagar, Maharashtra
— Sushil Sancheti 🇮🇳 (@SushilSancheti9) March 30, 2023
You think it's coincidence ?? Or planned attacks ??? pic.twitter.com/tTNe2a7YsK
इस दौरान बजरंग दल के एक नेता ने आरोप लगाया कि पहले भी इस तरह की घटनाएं होने की जानकारी के बावजूद जुलूस के दौरान पुलिस कहीं नहीं दिखी। हर वर्ष इसी मार्ग से जुलूस निकाला जाता है। हालांकि, जगनिया ने दावा किया कि गुरुवार को शहर में निकाले गए हर जुलूस में सुरक्षा व्यवस्था की गई।
जगनिया ने कहा, ‘हालात नियंत्रण में हैं। घटना उस समय की है, जब जुलूस के एक मस्जिद के निकट पहुंचा और लोगों ने मौके पर पहुंचना शुरू कर दिया। यह सांप्रदायिक दंगा नहीं है। हने भीड़ को तितर बितर किया और जुलूस आगे बढ़ा।’ अवर पुलिस आयुक्त मनोज निनामा भी इस दौरान मौके पर पहुंचे और शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि घटना की जांच के आदेश दिए गये हैं। किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
वहीं इस मामले में बजरंग दल ने साजिश की बात कही है। बजरंग दल के बड़ोदरा इकाई के अध्यक्ष केतन त्रिवेदी ने दावा किया कि साजिश के तहत पथराव किया गया।
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