
Pakistan की कायराना हरकत से आप सभी वाकिफ ही होंगे। पाकिस्तान (Pakistan) के जन्म से लेकर अब तक यानी, लगभग 75 से ज्यादा वर्षों तक पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत (India) से दुश्मनी निभाने की कई बार कोशिश की। लेकिन हर बार नाकामयाब रहा और जलील हुआ।
इसी बीच शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ। जिसमें सेना के 5 जवान शहीद हो गए। यह हमला राजौरी के कंडी क्षेत्र में हुआ, जब आतंकियों के खिलाफ सेना एक ऑपरेशन चला रही थी। यह दहशतगर्दी उस वक्त हुई जब पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत (India) यात्रा पर थे।
घटना के बाद से ही यह आशंका जताई जा रही है कि आतंकियों ने भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच के दौरे को निशाना बनाया है। ऐसा नहीं है कि इस तरह की कायराना हरकत पाकिस्तान (Pakistan) ने पहली बार की है। इससे पहले भी पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत (India) पर कई आतंकी हमले किए, जिसका जवाब भारत (India) भारत (India) में अपने अंदाज में किया।
कारगिल युद्ध (Kargil War 1999)
90 के दशक वाले लोग इस युद्ध से भली-भांति परिचित होंगे। 19 फरवरी 1999 भारत (India) के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpeyi) ने पाकिस्तान (Pakistan) से रिश्ते बेहतर बनाने के लिए दिल्ली से लाहौर तक एक बस सर्विस शुरू की। जिसका नाम ‘सदा ए सरहद’ रखा गया। इस बस में पहले यात्री के तौर पर वे खुद बैठ कर पाकिस्तान (Pakistan) गए थे। वर्ष 1999 में सरकार बनने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpeyi) दो दिवसीय दौरे पर पाकिस्तान (Pakistan) गए थे।
उस वक्त पाकिस्तान (Pakistan) के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) ने बाघा बॉर्डर पर भारत (India) के प्रधानमंत्री का स्वागत किया। भारतीय प्रधानमंत्री वाजपेयी ने नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) से मुलाकात कर आपसी संबंधों के नई शुरुआत की बात कही थी। इस दौरान दोनों देशों के बीच लाहौर घोषणा पत्र नामक विपक्षी समझौता भी हुआ, लेकिन नापाक इरादे वाले पाक को यह समझौता रास नहीं आया।

इस समझौते के कुछ ही महीने बाद पाकिस्तानी घुसपैठ के कारण भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) में कारगिल (Kargil War1999) का भयानक युद्ध हुआ। इस युद्ध में पाकिस्तान (Pakistan) ने मुंह की खाई और भारतीय सेना ने पाकिस्तान (Pakistan) के नापाक इरादे को तोड़ दिया। एक ओर अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpeyi) पाकिस्तान (Pakistan) के साथ रिश्ते बेहतर करने के लिए में लगे हुए थे। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान (Pakistan) बातचीत के ढोंग के साथ कारगिल (Kargil War1999) में घुसपैठियों को भेज रहा था।

संसद हमला (Perliament Attack)
पाकिस्तान (Pakistan) भारतीय संसद पर भी हमला कर चुका है। जुलाई 2001 का वह दौर, जब मोहब्बत की निशानी ताजमहल के शहर आगरा में तत्कालीन प्रधानमंत्री वाजपेयी और पाकिस्तान (Pakistan) के राष्ट्रपति मुशर्रफ के बीच आगरा शिखर बैठक वार्ता हुई। जुलाई के मध्य हुए इस वार्ता में पाकिस्तान (Pakistan) और भारत (India) के आपसी विषय पर बातचीत हुई, लेकिन पाकिस्तान (Pakistan) के साथ भारत (India) के प्रधानमंत्री की वार्ता पूरी तरह फेल रही।

इस बैठक के कुछ ही महीने बाद दिसंबर 2001 में दिल्ली स्थित भारतीय संसद भवन पर आतंकवादी हमला हो गया। भारतीयों ने इस बार भी पाकिस्तान (Pakistan) को मुंहतोड़ जवाब दिया। इस हमले में 5 आतंकी समेत 14 लोग मारे गए। इस आतंकी हमले के पीछे मोहम्मद अफजल गुरु, एसएआर गिलानी और शौकत हुसैन समेत पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई एस आई (ISIS) शामिल थे। इस घटना के 12 वर्ष बाद यानी 9 फरवरी 2013 को अफजल गुरु को फांसी दे दी गई।
मुंबई हमला (Mumbai Terrorist Attack)
माया नगरी मुंबई आतंकियों के निशाने पर हमेशा से रही है। नवंबर 2008 में पाकिस्तान (Pakistan) के तत्कालीन विदेश मंत्री महमूद कुरैशी दिल्ली दौरे पर आए थे। उस वक्त तत्कालीन विदेश मंत्री प्रणव मुखर्जी और कुरैशी के बीच उच्च स्तरीय बैठक होनी थी। लेकिन यह बैठक पाकिस्तानियों को रास नहीं आई। बैठक से पहले ही मुंबई में आतंकी हमला हो गया। जिससे इस बैठक को बीच में ही रद्द करना पड़ा। इस आतंकी हमले में 166 लोग मारे गए थे।

पठानकोट हमला (Pathancoat Attack)
25 दिसंबर 2015 को पाकिस्तान (Pakistan) प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) के जन्मदिन पर अचानक से पीएम मोदी अफगानिस्तान से लौटते समय काबुल के रास्ते लाहौर पहुंचे और नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) के निवास जट्टी उमरा रायविंड पैलेस पहुंचकर नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) को बधाई दी। डेढ़ घंटे की इस मुलाकात में कई मुद्दों पर चर्चा हुई, लेकिन वह भी पाकिस्तान (Pakistan) की भारत (India) के लिए वादाखिलाफी ही साबित हुई।

2 जनवरी 2016 को पठानकोट (Pathancoat) और उरी (Uri) में 18 सितंबर 2016 को आतंकी हमले हुए पठानकोट हमले में एयरबेस के भीतर 7 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे, जबकि 37 अन्य लोग घायल हो गए थे। हमला करने आए सभी आतंकी मारे गए। वहीं उरी (Uri) हमले में 17 सैनिक शहीद हुए थे। हमले के 11 दिन बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान (Pakistan) में मौजूद लॉन्च पैडों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। इस कार्रवाई में डेढ़ सौ से ज्यादा पाकिस्तान (Pakistan) समर्थित आतंकी मारे गए। भारतीय इतिहास में भारतीय सेना के ओर से किया गया यह सर्जिकल स्ट्राइक इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।
राजोरी हमला (Rajori Terrorist Attack)
4 मई 2023, गो गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में शामिल होने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो दो दिवसीय भारत (India) यात्रा पर आए थे इसी बीच शुक्रवार को जम्मू संभाग के जिला राजोरी (Rajori) के कंडी इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो गई।

इस घटना के दौरान सेना के पांच जवान शहीद हो गए। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष सूचना पर तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान जैसे ही संयुक्त टीमें संदिग्ध स्थान पर पहुंचीं, छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी, जवाबी कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ शुरू हो गई। आतंकियों ने एक विस्फोटक उपकरण दागा जिसकी चपेट में आकर पांच जवान शहीद हो गए।
वहीं, हमले के बाद राजोरी के केसरी हिल इलाके में जारी सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया है जबकि अन्य के जख्मी होने की सूचना है। आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। उत्तरी कमान प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी पूरे ऑपरेशन की कमान संभाले हुए हैं।
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