उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कानपुर और गोरखपुर में स्थित प्रमुख चिड़ियाघरों के साथ-साथ इटावा की प्रसिद्ध लॉयन सफारी को राज्य सरकार ने आगामी एक सप्ताह तक आम जनता के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय गोरखपुर स्थित शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान में एक बाघिन की बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि के बाद लिया गया है।
मुख्य वन्यजीव संरक्षक अनुराधा वेमुरी ने जानकारी दी कि गोरखपुर चिड़ियाघर में मौजूद जिस बाघिन की 7 मई को मृत्यु हुई थी, उसे मैलानी से रेस्क्यू कर लाया गया था। वह पहले से ही अस्वस्थ थी और चिड़ियाघर में उसका उपचार चल रहा था। मृत्यु के पश्चात उसकी विसरा जांच भोपाल स्थित उच्च स्तरीय प्रयोगशाला में भेजी गई, जहां से बर्ड फ्लू (एच5 एवियन इंफ्लुएंजा) की पुष्टि हुई है।
इस रिपोर्ट के बाद प्रदेश सरकार ने सतर्कता बरतते हुए लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर के चिड़ियाघरों और इटावा की लॉयन सफारी को तत्काल प्रभाव से एक सप्ताह के लिए बंद करने का आदेश दिया है, ताकि किसी भी संभावित संक्रमण को रोका जा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए कड़े निर्देश
बर्ड फ्लू की आशंका को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी प्राणी उद्यानों, पक्षी विहारों, राष्ट्रीय उद्यानों और गो-आश्रय स्थलों में रहने वाले वन्य प्राणियों और पक्षियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता पर होनी चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पूरी निष्ठा से पालन करते हुए सभी ज़रूरी कदम उठाए जाएं। उन्होंने निर्देश दिया कि चिड़ियाघरों के पूरे परिसर को नियमित रूप से सैनिटाइज किया जाए और वहां रह रहे सभी पशु-पक्षियों की स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की जाए।
पोल्ट्री फार्मों पर भी बढ़ी निगरानी
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य भर के पोल्ट्री फार्मों पर विशेष सतर्कता रखी जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि बर्ड फ्लू से जुड़ी कोई भी गतिविधि नियंत्रित और निगरानी में रहे। पोल्ट्री उत्पादों के आयात-निर्यात और आवागमन पर विशेष नज़र रखने के निर्देश भी दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया है कि एच5 एवियन इंफ्लुएंजा के संभावित मानव प्रभावों की भी समीक्षा करे और ज़रूरत पड़ने पर आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को अलर्ट पर रखा जाए।