
मुगलों को अपना आका कहने वाले, उनका महिमामंडन और चरणचुंबन करने से कभी पीछे नहीं हटते। मुगलों का इतिहास से लेकर भूगोल तक बेपर्दा हो चुका है। भारत का बच्चा – बच्चा जानता है कि मुगलों ने हमारे देश में कितने वर्षों तक रह कर क्या किया और क्या नहीं किया। ऐसे में नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने इंटर के सिलेबस में बदलाव कर मुगलों से जुड़ी जानकारी हटाने का फैसला किया। जिसके बाद समाजवादी पार्टी से विधायक इकबाल महमूद ने इसका विरोध किया।
सपा विधायक ने कहा कि मुगलों का इतिहास पूरी दुनिया में है। सरकार के मिटाने से मुगल नहीं मिटेंगे। मुगलों ने लंबे समय तक हिंदुस्तान में राज किया है। मुगलों का इतिहास पूरी दुनिया में पढ़ाया जाता है। देश की किताबों से मुगलों की जानकारी हटाने से कुछ नहीं होगा। अब तक जितनी भी किताबें छप चुकी हैं उन्हें जब्त किया जाना चाहिए। इससे आने वाली पीढ़ी को मुगलों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाएगी।

इकबाल महमूद ने आगे कहा कि मुगलों ने भारत को ताजमहल लाल किला और कुतुब मीनार जैसी इमारतें दी हैं। मुगलों ने भारत का पैसा भारत में ही लगाया है, लेकिन यहां ऐसे लोग हुए हैं, जिन्होंने भारत को लूटा है। मुगलों ने हिंदुस्तान को तरक्की का रास्ता दिखाया। लाल किला और कुतुब मीनार का नाम बदलने से इतिहास को नहीं बदला जा सकता। सरकार सिर्फ अपने लिए और अपने वोटों के लिए ही काम कर रही है। भारत कभी हिंदू राष्ट्र नहीं हो सकता।

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी मुगलों की सबसे बड़ी हितैषी बनने में काफी सफल रही है। दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव से लेकर पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष अखिलेश यादव तक समय – समय पर अपना मुगल प्रेम दिखाते रहते हैं। ऐसे में NCERT द्वारा सिलेबस में बदलाव होने पर सपा नेताओं का भड़कना स्वाभाविक है।
ये है मामला
बता दें कि एनसीईआरटी ने इंटर के सिलेबस में कई बदलाव किए हैं। यह बदलाव इतिहास, नागरिक शास्त्र और हिन्दी की किताबों में हुआ है। इतिहास की किताब से मुगल इतिहास से जुड़ी जानकारी हटाई गई है। वहीं हिंदी के पाठ्यक्रम से कविताएँ और पैराग्राफ हटाने का फैसला किया गया है। इसके अलावा 10वीं और 11वीं के पाठ्यक्रम से भी मुगल इतिहास से जुड़ी जानकारी हटाई गई है।