वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र काशी गुरुवार की देर रात पहुंचे। बरेका में वह रात्रि विश्राम करेंगे और शुक्रवार को उनका काशी में ताबड़तोड़ दौरा होगा। लोकार्पण एवं शिलान्यास के जरिए पीएम मोदी जहां रैदासियों को साधेंगे तो वहीं पूर्वांचल को भी मथेंगे। माना जा रहा है कि दो दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान पीएम मोदी लोकसभा चुनाव का आगाज करेंगे।
आगामी लोकसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार सीरगोवर्धन स्थित संत रविदास मंदिर पहुंचेंगे। पीएम संत रविदास मंदिर के निकट 32.72 करोड़ की लागत से आध्यात्मिक पर्यटन विकास कार्य का लोकार्पण और संत रविदास की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके अलावा 62.54 करोड़ की लागत से बनने वाले संत रविदास पार्क एवं संग्रहालय के निर्माण कार्य का शिलान्यास भी करेंगे। सीर में पीएम श्रद्धालुओं को संबोधित करने के साथ ही लंगर छककर सामाजिक समरसता का संदेश भी देंगे। पीएम मोदी संत रविदास के अनुयायियों के बीच करीब दो घंटे का समय बिताएंगे।
आम चुनाव से ठीक पहले संत शिरोमणि के आशीर्वाद के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। संत शिरोमणि के अनुयायियों में रामदासिया समाज के लोगों की संख्या बहुत बड़ी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर हरियाणा, पंजाब और जम्मू तक इस समाज की भूमिका सियासत में भी निर्णायक है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ये बसपा के बड़े वोट बैंक के रूप में जाने जाते हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नरेंद्र मोदी का बतौर प्रधानमंत्री संत रविदास की जन्मस्थली पर यह तीसरा दौरा होगा। काशी दौरे के दौरान पीएम अमूल प्लांट का भी उद्घाटन भी करेंगे। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पहले पीएम मोदी का यह दौरा देश की राजनीति में नया हलचल पैदा करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजनीति के सधे हुए खिलाड़ी है। इस बात को राजनीति पर गहरी नजर रखने वाला हर शख्स मान चुका है। यहीं वजह है कि उनको घेरने के लिए विपक्षी दल लगातार रणनीति बना रहे हैं। लेकिन बाजी को पलटने की क्षमता रखने वाले पीएम मोदी इस बार के दौरे के दौरान भी अपनी सोची-समझी चाल से विपक्षियों को मात देने की करामात कर सकते हैं।
दलितों के साथ मोदी साधेंगे दुधिया वोटबैंक
पीएम मोदी दलितों के अलावा दुधियों के भी वोट बैंक में सेंधमारी करने की पूरजोर कोशिश करेंगे। माना जाता है कि दलित वोट बैंक बसपा के साथ रहता है तो ग्वाले सपा के साथ। लेकिन बदले राजनीति परिवेश में दलितों और ग्वालों के वोट बैंक में भाजपा काफी हद तक सेंधमारी करने में कामयाब हो सकती है। इसके अलावा पीएम मोदी ब्रांड बनारस को और अधिक समृद्ध करने वाली 23 परियोजनाओं के लोकार्पण तथा 13 परियोजनाओं के शिलान्यास के बहाने एक सोची-समझी राजनीतिक चाल चलने जा रहे हैं। इसके बहाने पीएम मोदी चुनावी बिगुल फूंकेंगे।
राजनीति विश्लेषकों का मानना है कि वाराणसी दौरे के दौरान पीएम मोदी सिर्फ काशी ही नहीं, पूर्वांचल के विभिन्न जिलों के दलितों और दूध बेचने वालों को साधने की कोशिश करेंगे। दलितों संग दुधियों के वोट बैंक में सेंध लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। दौरे के दौरान पीएम करोड़ों रुपये की लागत की जिन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे, उनमें संत रविदास की जन्मस्थली भी शामिल है। यहीं वजह है कि भाजपा के मिशन-202024 के मद्देनजर रैदासियों को रिझाने का रंग अभी से राजनीतिक पंडित देखने लगे हैं।
इतना ही नहीं, पीएम मोदी बनारस और चंदौली ही नहीं पूर्वांचल के दुधियों की लंबे समय से चल रही मांग को पूरा करते हुए बनास काशी डेयरी संकुल का लोकार्पण करेंगे। इसका लाभ मौजूदा समय में वाराणसी, मीरजापुर, चंदौली, आजमगढ़ और संत रविदास नगर के दूध बेचने वालों को मिलेगा तो भविष्य में जौनपुर, आजमगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, अंबेडकर नगर, बलिया, मऊ, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थ नगर, बस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर के किसान और गो-पालक लाभान्वित होंगे।
अमूल प्लांट के चालू हो जाने से पूर्वांचल के लगभग 1346 गांवों में रोजगार का प्रवाह बढ़ेगा। जबकि इस परियोजना से फैक्टरी में करीब 750 लोगों को प्रत्यक्ष और करीब 2,350 लोगों को फील्ड में रोजगार मिलेगा। ऐसा माना जा रहा है कि भाजप के मिशन-2024 के लिहाज से पीएम मोदी का यह वाराणसी दौरा बेहद महत्वपूर्ण है और यह समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के वोट बैंक में बड़ी सेंध लगाने का काम करेगा।
कई दिग्गज नेता यहां नवा चुके हैं शीश
सीर गोवर्धनपुर स्थित रविदास मंदिर से हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के अनुयायियों की आस्था जुड़ी है। यह पहला मौका नहीं है कि पीएम मोदी यहां आ रहे हैं। सीर में उनका यह तीसरा दौरा होगा। पीएम मोदी के अलावा विभिन्न दलों के कई दिग्गज नेता भी यहां शीश नवा चुके हैं। इसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल, पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सहित कई दिग्गज नेता संत रविदास के दर पर शीश नवाकर रविदास के अनुयायियों के बीच अपनी जमीन मजबूत करने की कोशिश कर चुके हैं।
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1 thought on “बनारस पहुंचे PM मोदी: परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास के बहाने फूंकेंगे चुनावी बिगुल, रैदासियों को साधेंगे और पूर्वांचल को मथेंगे”