Nand Kishore Rungta Murder Case (वाराणसी): माफिया से नेता बने मुख़्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। मुख़्तार पर चल रहे कई मामलों में से एक नंद किशोर रुंगटा मर्डर केस (Nand Kishore Rungta Murder Case) के गवाहों को धमकाने के मामले में कोर्ट का फैसला जल्द आने की उम्मीद है। मएलए / स्पेशल सीजेएम की कोर्ट में मंगलवार को रूंगटा परिवार के धमकी मामले सुनवाई टल गई। इस मामले में अब 18 जुलाई की तारीख निर्धारित की गई है। इस मामले में मुख्तार अंसारी आरोपी है।
इस मामले एक गवाह के तलब करने के लिए अभियोजन हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की जायेगी। इसके संबंध में शासन से भी अनुमति भी ली गई। इसके संबंध में लोअर कोर्ट में सूचना के रूप में अर्जी देकर समय मांगी गई है।
बता दें कि रूंगटा के धमकी मामले (Nand Kishore Rungta Murder Case) में पिछले दिनों सत्र न्यायालय ने लोअर कोर्ट के आदेश के खिलाफ दाखिल निगरानी याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद जिलाधिकारी ने शासन से अवगत कराते हुए हाईकोर्ट में अपील दाखिल करने के सबंधित पत्र लिखा था। इसके बाद गृह सचिव उतर प्रदेश ने हाईकोर्ट के शासकीय अधिवक्ता को अपील दाखिल करने के लिए सबंधित पत्र लिखा है।
प्रकरण के अनुसार नंद किशोर रूंगटा (Nand Kishore Rungta Case) के अपहरण के बाद उसके परिजनों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इसके बाद महावीर प्रसाद रूंगटा ने भेलूपुर थाने में पांच नवंबर 1997 को बम से उड़ाने की धमकी के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने विवेचना के बाद धमकी के मामले में मुख्तार के खिलाफ उसी समय आरोप पत्र दाखिल किया। किन्तु इस मामले में 24 अगस्त 2021 को मुख्तार के खिलाफ आरोप तय होने के बाद गवाही के लिए गवाहों को तलब किया गया। वादी महावीर प्रसाद रूंगटा और अन्य दो परिवार के सदस्य समेत छ: गवाही हुई। एक अहम गवाह चालक एमबी सचान की गवाही नहीं हो सकी है।
Nand Kishore Rungta Murder Case: अपहरण के बाद कोयला व्यापारी की कर दी गई थी हत्या
बता दें कि वाराणसी भेलुपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले कोयला व्यापारी नन्द किशोर रुंगटा (Nand Kishore Rungta Murder Case) की 22 जनवरी 1997 को अपहरण करने के बाद हत्या कर दी गई थी। अपहरणकर्ताओं ने रुंगटा के परिजनों से पांच करोड़ रुपए फिरौती की डिमांड की थी। परिजन 1.5 करोड़ देने को तैयार हुए, लेकिन निर्दयी अपहरणकर्ताओं को कम पैसा मिलना रास नहीं आया। उन्होंने नन्द किशोर रुंगटा (Nand Kishore Rungta Murder Case) की हत्या कर दी।
कहा जाता है कि नंद किशोर (Nand Kishore Rungta Case) के परिजनों ने पहले ही अपहरणकर्ताओं को एक करोड़ रुपए दिए थे, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इस हत्या का आरोप मुख़्तार और उसके गुर्गे अताउर रहमान उर्फ़ सिंकदर पर लगा। इस मामले में भेलूपुर थाने में नन्द किशोर रुंगटा के भाई महावीर प्रसाद रुंगटा ने 1 दिसम्बर 1997 को मुख़्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। हत्या (Nand Kishore Rungta Murder Case) के बाद सिंकंदर नेपाल भाग गया था, जिसके बाद उसकी भारत वापसी बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के समय हुई थी। ये हत्या भी मुख़्तार ने अपने गुर्गे सिकंदर के मदद से ही कराई थी।
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