देवताओं की दीपावली कहे जाने वाले देव दीपावली का पर्व काशी के घाटों पर हर साल भव्यता के साथ मनाया जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा के तटों पर लाखों दीप प्रज्ज्वलित होते हैं, जिससे घाटों का दृश्य देवलोक जैसा प्रतीत होता है। इस पर्व का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व उत्तर भारत की धार्मिक परंपराओं
admin | 15-11-2024
काशी के प्रमुख रत्नों में से एक बिस्मिल्लाह खान को ‘उस्ताद’ बनाने में इस मंदिर का काफी योगदान रहा है। बिस्मिल्लाह खान अक्सर गंगा घाट किनारे स्थित बालाजी मंदिर में सूर्योदय के पहले ही शहनाई वादन का रियाज किया करते थे। वे गंगा से बालाजी मंदिर तक की 508 सीढियां चढ़ कर ऊपर जाते और मंदिर प्रांगण में बैठक
admin | 30-10-2024
पांच दिवसीय प्रकाश के महोत्सव के लिए कुम्हार भी युद्धस्तर पर लगे हुए हैं। कुम्हार मिट्टी के दीये, खिलौने, लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा आदि बनाने में जुटे हुए हैं। हालांकि बीते एक दशक में इस परम्परा में भी परिवर्तन आया है। अब मिट्टी के दीयों की जगह तमाम तरह के इलेक्ट्रॉनिक्स और झालर ने ले ली है। युवा पीढ़ी
admin | 28-10-2024
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को नवल और सूनू टाटा के घर हुआ था। वे टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा के परपोते थे। रतन टाटा का बचपन दादी के संरक्षण में बीता, क्योंकि उनके माता-पिता उनके बचपन में ही अलग हो गए थे। 1991 में उन्हें टाटा समूह का चेयरमैन नियुक्त किया गया।
admin | 10-10-2024
किवदंतियां हैं कि कई रामलीलाओं (Ramleela) में स्वयं भक्तों ने अपने आराध्य भगवान श्रीराम के दर्शन किए हैं। यूं तो काशी की रामलीला विश्व भर में विख्यात है। लेकिन क्या आपको पता है कि गोस्वामी तुलसीदास ने काशी से पहले ही लखनऊ में रामलीला की शुरुआत करा दी थी। जी हां, काशी में होने वाली रामलीला की जड़ें ल
admin | 27-09-2024
मोदी सरकार ने विभिन्न देशों के साथ भारत के संबंधों को मज़बूत किया है। अमेरिका, रूस, जापान, और कई यूरोपीय देशों के साथ रणनीतिक और आर्थिक साझेदारियां स्थापित की गईं। मोदी की "एक्ट ईस्ट" और "नेबरहुड फर्स्ट" नीतियों ने दक्षिण एशिया और आसियान देशों के साथ भारत के संबंधों को बेहतर बनाया है।
admin | 18-09-2024
श्रीकाशी मराठा गणेशोत्सव समिति द्वारा 2007 में रेशम कटरा में गणेशोत्सव का आयोजन शुरू किया गया। 2013 में मुंबई के कलाकारों द्वारा निर्मित 'लालबाग के राजा' की प्रतिमा की स्थापना ने इस आयोजन को और भव्य बना दिया। यह उत्सव ठठेरी बाजार में शेरवाली कोठी में आयोजित होता है, जिसमें मराठी कलाकारों की विशेष भा
admin | 08-09-2024
सुंदरपुर स्थित उर्मिला देवी मेमोरियल सोसाइटी की निदेशिका प्रतिभा सिंह यशोदा बनकर इन बच्चों को तैयार कर रही हैं। नि:शुल्क पाठशाला में शिक्षा ग्रहण करने वाले इन मुस्लिम बच्चों को गीता कंठस्थ है और वह इनका अर्थ भी समझाते हैं। यहां सबसे बड़ी बात है कि ये बच्चे उन बस्तियों के रहने वाले हैं, जहां बच्चों क
admin | 28-08-2024
उत्तर प्रदेश का संभल जिला अत्यंत पौराणिक माना जाता है। यहां स्थित श्रीवंश गोपाल कल्कि धाम 68 तीर्थ 19 कूपों में शामिल है। मान्यता है कि लगभग 5 हजर वाढ पूर्व जब भगवान कृष्ण ने देवी रुक्मिणी का हरण किया, तब वह यहीं पर रुके थे। उन्होंने यहां जंगल में कदंब के वृक्ष ने नीचे विश्राम किया था। यहां उन्होंने
admin | 26-08-2024
रसखान का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था, लेकिन उनका जीवनकाल भगवान कृष्ण की भक्ति में पूरी तरह से डूबा हुआ था। इस कहानी में, हम रसखान के जीवन के उस महत्वपूर्ण पहलू को जानेंगे जब उन्हें भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन प्राप्त हुए।
admin | 25-08-2024