
Operation Trinetra: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अपराधों पर लगाम लगाने हेतु प्रदेश भर में ऑपरेशन ‘त्रिनेत्र’ के तहत लाखों सीसीटीवी कैमरे लगाए गये हैं। जिसका अब असर दिखना शूरू हो गया है। इन कैमरों की सहायता से जुलाई से अब तक कुल 1355 घटनाओं का खुलासा करने में मदद मिली है। जिसमें सर्वाधिक मामले वाराणसी जोन के हैं।
वाराणसी जोन में सीसीटीवी [Operation Trinetra] के माध्यम से 296 केस सॉल्व हुए हैं। वहीं, आगरा जोन में 198, मेरठ जोन में 194 घटनाओं का खुलासा पुलिस की तीसरी आंख के जरिए किया गया। यूपी में ऑपरेशन त्रिनेत्र से लगे कैमरों से लखनऊ, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट ने 60 से ज्यादा केस सॉल्व किए। वहीं कानपुर कमिश्नरेट ने एक भी केस CCTV कैमरों की मदद से सॉल्व नहीं किए। पुलिस मुख्यालय से जारी आंकड़ों से साफ है कि वहां पर या तो CCTV कैमरे सही से नहीं लगे या उनके माध्यम से कोई गुडवर्क पर काम नहीं हुआ। ये आंकड़े 10 जुलाई 2023 से अब तक के हैं।
दूसरी ओर यूपी के जोन वाइज आकंड़ों पर नजर डालें, तो सबसे ज्यादा CCTV से वाराणसी और उसके बाद आगरा ने घटनाओं के खुलासे किए। वहीं कानपुर, प्रयागराज और लखनऊ जोन इसमें [Operation Trinetra] सबसे पीछे रहे।

वाराणसी जोन में जिन 296 घटनाओं का खुलासा [Operation Trinetra] सीसीटीवी के माध्यम से हुआ, उनमें डकैती एवं लूट के 30 मामले, जबकि हत्या के 9 मामले शामिल हैं। मेरठ जोन में हत्या के सर्वाधिक 18 मामलों का खुलासा सीसीटीवी के माध्यम से हुआ। आगरा में डकैती व लूट के 50, हत्या के 13 और अपहरण के 18 घटनाओं का खुलासा किया गया। बरेली में डकैती और लूट के 21, हत्या के 12 व अपहरण के दो घटनाओं का खुलासा बरेली में किया गया। गोरखपुर में डकैती और लूट के 16, हत्या के पांच और अपहरण के चार घटनाओं का सीसीटीवी के जरिए पर्दाफाश किया गया।
यूपी के जो कमिश्नरेट जोन सीसीटीवी से खुलासा करने में पीछे हैं, इससे साफ़ स्पष्ट है कि शातिर अपराधी अभी भी त्रिनेत्र की पकड़ से दूर हैं। ये अपराधी कैमरों को चकमा देने में कामयाब हो रहे हैं या पुलिसकर्मी CCTV कैमरों पर काम करने में ट्रेंड नहीं हैं।
ऑपरेशन त्रिनेत [Operation Trinetra] के तहत यूपी में लगे 7.8 कैमरे
ऑपरेशन त्रिनेत्र [Operation Trinetra] का नेतृत्त्व स्वयं कर रहे DGP विजय कुमार ने बताया कि ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत प्रदेश भर में कैमरे लगवाए जा रहे हैं। 10 जुलाई 2023 से इसमें तेजी लाई गई। 10 जुलाई से अब तक प्रदेश भर में कुल 7 लाख 18 हजार 510 CCTV कैमरे लगाए जा चुके हैं। कैमरों की मदद से अब तक यूपी पुलिस ने 1355 सनसनीखेज वारदातों का खुलासा किया। इनकी मदद से डकैती के 209, हत्या के 82, अपहरण के 46, महिला संबंधी अपराध के 32, चोरी के 574 और अन्य आपराधिक घटनाओं से जुड़े 412 अपराधियों के सुराग मिले हैं।
उन्होंने बताया कि ऑपरेशन त्रिनेत्र के जरिए चल रहे CCTV कैमरों की मॉनिटरिंग को सरल बनाने के लिए तकनीकी सेवाएं मुख्यालय ने एक पोर्टल तैयार किया है। इस अभियान की समीक्षा रोज ADG रेलवे जय नारायण सिंह करते हैं।
पुलिस के लिए मददगार साबित हो रहे CCTV कैमरे
डीजीपी ने बताया कि जिलों में लगने वाले CCTV कैमरे पुलिस के लिए मददगार साबित हो रहे हैं। थाने से लेकर सड़क किनारे, बाजार, चौराहे पर CCTV कैमरे अभी भी लगवाए जा रहे हैं। कैमरों की मदद से घटनाओं का खुलासा करने में मदद भी मिल रही है।
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