चन्दौली के चिकित्सीय क्षेत्र में एक गरिमामयी अध्याय जुड़ गया जब नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) के तत्वावधान और क्लियर मेड़ी हेल्थकेयर के सौजन्य से नगर के एक प्रतिष्ठित होटल में भव्य सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक रमेश जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। अपने संबोधन में उन्होंने नीमा को जनपद की शान बताते हुए इसके कार्यों की सराहना की और जनकल्याण में इसकी भूमिका को अहम बताया।
सेमिनार में जनपद चन्दौली के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाई के राय, डॉ. अशोक राय, डॉ. अनिल यादव, नीमा के नवनिर्वाचित प्रदेश महासचिव डॉ. राजेश श्रीवास्तव, डॉ. यस बी सिंह समेत कई वरिष्ठ चिकित्सक उपस्थित रहे। मंच संचालन एवं स्वागत की जिम्मेदारी सभ्रांत श्रीवास्तव और अश्वनी कुमार ने संयुक्त रूप से निभाई। कार्यक्रम की विशिष्ट बात यह रही कि इसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों ने विभिन्न रोगों पर सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत कर चिकित्सा जागरूकता को नई दिशा दी।
कार्यक्रम के दौरान दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. मोनिका सिंह ने पायरिया (पैरीयोडोंटाइटिस) जैसे गंभीर लेकिन सामान्य रोग पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह मसूड़ों का संक्रमण है, जिससे दुनिया की 90 प्रतिशत जनसंख्या प्रभावित है। उन्होंने कहा कि इस रोग की जानकारी का अभाव ही इसके गंभीर रूप लेने का मुख्य कारण है। डॉ. सिंह ने समझाया कि जब दांतों पर बैक्टीरिया जमा होने लगते हैं और खाने से उन्हें पोषण मिलता है, तो ये धीरे-धीरे मसूड़ों और जबड़े की हड्डी को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे हड्डी गलने लगती है, जो पायरिया का संकेत है।
उन्होंने आगे बताया कि पायरिया के दौरान बनने वाला मवाद शरीर में प्रवेश कर हृदय तक पहुंच सकता है, जिससे हृदय की धमनियों में अवरोध उत्पन्न हो सकता है। यह स्थिति हार्ट अटैक की संभावना को बढ़ा देती है। इस चेतावनी ने श्रोताओं को स्वास्थ्य के प्रति अधिक सजग बनने का सन्देश दिया।
वहीं, डॉ. शिवहरे ने सांस संबंधी रोगों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने श्वसन प्रणाली की जटिलताओं और उनसे बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला। डॉ. शिवप्रजापति ने घुटनों के दर्द और उससे जुड़ी चिकित्सीय जटिलताओं पर व्याख्यान दिया। उनके अनुसार, वर्तमान जीवनशैली में घुटनों की समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, जिन्हें उचित समय पर पहचान कर रोका जा सकता है।
सेमिनार में नीमा के कई वरिष्ठ और युवा चिकित्सकों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में चल रही चुनौतियों, नवाचारों और जागरूकता कार्यक्रमों पर व्याख्यान प्रस्तुत किए। लंका शाखा के सचिव डॉ. यस बी सिंह, डॉ. राजन वर्मा, डॉ. शिवाजी सिंह, डॉ. सुरेंद्र सिंह, डॉ. कुलदीप, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ. मनोज सिंह, डॉ. ए के सिंह, डॉ. स्वेता पांडेय, डॉ. सत्यपाल, डॉ. संगीता, डॉ. कविता यादव, डॉ. जे खान, डॉ. उपेंद्र, डॉ. सलाम, डॉ. इंद्रजीत, डॉ. दीपक, डॉ. सुनील सिंह, डॉ. विकास सिंह, डॉ. विवेक सिंह, डॉ. पल्लव प्रजापति, डॉ. हुजैफा, डॉ. रजत, डॉ. अनुराग उपाध्याय, डॉ. संतोष शर्मा और डॉ. सी बी सिंह की सक्रिय उपस्थिति रही।
नीमा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. ओ पी सिंह ने मंच से नव निर्वाचित प्रदेश महासचिव डॉ. राजेश श्रीवास्तव का माल्यार्पण और शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया। उनके नेतृत्व में नीमा के कार्यों को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई गई। समापन सत्र में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मनोज सिंह द्वारा दिया गया, जिसमें उन्होंने आयोजन में सहभागी सभी चिकित्सकों, अतिथियों और आयोजकों का आभार प्रकट किया।