वाराणसी। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के पावन अवसर पर संत निर्मल एजुकेशनल सोसाइटी के तत्वावधान में संचालित संत निर्मल स्कूल (SNS), भेलखा में भव्य योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन विद्यालय प्रांगण में पूरे उत्साह, श्रद्धा और अनुशासन के साथ संपन्न हुआ, जिसमें विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण और दीप प्रज्वलन से हुई, जिससे पूरा परिसर आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। इसके बाद योग प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने ताड़ासन, वृक्षासन, भुजंगासन, अनुलोम-विलोम और ध्यान सहित विभिन्न योग क्रियाओं का अभ्यास किया। विद्यालय के नन्हें बच्चों द्वारा प्रस्तुत सामूहिक योग प्रदर्शन ने उपस्थित जनसमूह को अत्यंत प्रभावित किया और योग के प्रति आकर्षण बढ़ाया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक रतन त्रिपाठी ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है। यह केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक पद्धति है, जो तन-मन-आत्मा को संतुलित करती है। आज की पीढ़ी को इस प्राचीन विधा को अपनी दिनचर्या का अनिवार्य हिस्सा बनाना चाहिए, ताकि वे तनावमुक्त, अनुशासित और स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर हो सकें।”
कार्यक्रम के अंत में रतन त्रिपाठी ने विद्यालय के शिक्षकों, आयोजकों, योग प्रशिक्षकों और प्रतिभागी छात्रों का आभार व्यक्त किया और बताया कि संत निर्मल स्कूल हमेशा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास – शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक – को प्राथमिकता देता है।