चंदौली। जनपद में 76वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास और भव्यता के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महेंद्र टेक्निकल कॉलेज परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण और राष्ट्रगान से हुई। इसके बाद भारत के संविधान की प्रस्तावना का स्मरण कराते हुए उपस्थित जनसमूह को शपथ दिलाई गई।
सुबह 9:30 बजे कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मंत्री रविंद्र जायसवाल ने ध्वजारोहण किया और उपस्थित नागरिकों को संबोधित किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया। उन्होंने कहा कि यह दिन उन वीर सपूतों के बलिदान को याद करने और उनके विचारों पर चलने का संकल्प लेने का है। उन्होंने भारतीय संविधान को देश का सबसे बड़ा ग्रंथ बताते हुए कहा कि यह नागरिकों को उनके अधिकार और कर्तव्य दोनों का बोध कराता है।
मंत्री ने कहा कि भारत का लोकतंत्र ऐसा है जहां जनता के फैसले सर्वोपरि होते हैं। उन्होंने संविधान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति – चाहे वह मंत्री, अधिकारी या आम नागरिक हो – संविधान से अलग कार्य करता है, तो न्यायपालिका उसे तुरंत सजा देती है। उन्होंने इस अवसर पर सभी से देश के विकास में अपना योगदान देने की अपील की।
कोरोना काल और वैक्सीन की सफलता का किया जिक्र
अपने संबोधन में मंत्री ने कोरोना महामारी के दौरान देश के वैज्ञानिकों और चिकित्सकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने कोविड-19 वैक्सीन का सफलतापूर्वक निर्माण कर न केवल देशवासियों की सुरक्षा की, बल्कि कई अन्य देशों को भी नि:शुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराई। यह "सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय" की नीति का जीवंत उदाहरण है।
उत्तर प्रदेश बना कृषि और औद्योगिक विकास का केंद्र
उन्होंने उत्तर प्रदेश के किसानों और उद्यमियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य दुग्ध, गन्ना, चीनी, सब्जी और तरबूज उत्पादन में देशभर में अग्रणी है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश अनाज उत्पादन में भी शीर्ष पर है और दूसरे देशों को निर्यात कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सफलता का श्रेय यहां के मेहनती किसानों को जाता है, जिन्होंने देश और प्रदेश का नाम ऊंचा किया है।
परेड और झांकी ने बढ़ाया कार्यक्रम का आकर्षण
मंत्री जायसवाल ने पुलिस विभाग द्वारा आयोजित परेड की सलामी ली। इसके अलावा, पैंथर दस्ता, कमांडो दस्ता, यूपी-112, एंटी रोमियो फायर ब्रिगेड, बाल विवाह रोकथाम दल और महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर आधारित विभिन्न झांकियों का अवलोकन किया। उन्होंने इन प्रयासों की सराहना की और सभी विभागों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी।
बाल प्रतिभाओं ने दिखाया रंग
कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के बच्चों ने देशभक्ति गीत, नृत्य और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए, जिनमें स्वतंत्रता संग्राम और गणतंत्र दिवस का महत्व रेखांकित किया गया। मंत्री ने बच्चों के प्रयासों की प्रशंसा की और कहा कि ऐसे आयोजन देश प्रेम और जागरूकता को बढ़ावा देते हैं।
कलेक्ट्रेट परिसर में भी हुआ समारोह
इसी दिन, जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे ने कलेक्ट्रेट परिसर में ध्वजारोहण किया और अधिकारियों-कर्मचारियों को संविधान के प्रति निष्ठा और सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय के उद्देश्य से कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस न केवल हमारे अधिकारों की याद दिलाता है, बल्कि यह हमें अपनी जिम्मेदारियों का भी बोध कराता है।
महत्वपूर्ण दिवसों का किया जिक्र
जिलाधिकारी ने बताया कि पिछले तीन दिन जिले और प्रदेश के लिए बेहद महत्वपूर्ण थे। 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश गौरव दिवस, 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का आयोजन किया गया। उन्होंने सभी अधिकारियों और नागरिकों से इन आयोजनों के महत्व को समझने और उनकी भावना को जन-जन तक पहुंचाने का आग्रह किया।
स्वतंत्रता सेनानियों का हुआ सम्मान
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके परिजनों को अंगवस्त्र और मिष्ठान देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अपने अनुभव साझा किए और देश के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखने की प्रेरणा दी।
देश प्रेम और जिम्मेदारियों की सीख
जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे ने युवाओं से देश के इतिहास और महापुरुषों के विचारों को समझने और उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यदि हर नागरिक स्वच्छता, ईमानदारी और जिम्मेदारी का पालन करे, तो हमारा देश निश्चित ही नई ऊंचाइयों को छुएगा।
गणतंत्र दिवस के इस भव्य आयोजन में जनपद के सभी वरिष्ठ अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, न्यायाधीशों और नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।