परियोजनाओं में लापरवाही हुई तो नपेंगे अफसर: जल शक्ति मंत्री का निर्देश, फील्ड पर उतरें वरना...

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रही परियोजनाओं में गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। यदि किसी योजना में घटिया निर्माण कार्य या लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

 


जल निगम कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे दफ्तरों में बैठने की बजाय फील्ड में जाकर कार्यों की स्थिति की स्वयं जांच करें। उन्होंने कहा कि हर परियोजना की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए और किसी भी स्तर पर गड़बड़ी मिलने पर तुरंत कार्यवाही कर शासन को सूचित किया जाए।


स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में जल जीवन मिशन की कई परियोजनाएं अब अंतिम चरण में हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वे स्वयं इन क्षेत्रों के गांव-गांव जाकर निरीक्षण करेंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुचारु रूप से मिल रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि गर्मियों के दौरान ग्रामीण इलाकों में जल संकट की कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए और जहां समस्या हो, वहां तत्काल समाधान किया जाए।

 


बैठक में प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव सहित जल निगम और जलशक्ति विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। मंत्री ने अधिकारियों से संवाद करते हुए दोहराया कि जल जीवन मिशन केवल एक योजना नहीं, बल्कि ग्रामीण जीवन की आधारशिला है, जिसे गंभीरता से लागू करना आवश्यक है।

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