नई दिल्ली/कोलकाता। 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बॉलीवुड सितारों की खामोशी पर सवाल उठाना पुणे की लॉ यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली को भारी पड़ गया। कोलकाता पुलिस ने शुक्रवार रात उसे हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी। इस पूरी घटना की शुरुआत 14 मई को एक सोशल मीडिया वीडियो से हुई थी, जिसमें शर्मिष्ठा ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन करने वाले एक यूजर को जवाब देते हुए कुछ ऐसा कह दिया, जिसे एक खास समुदाय के खिलाफ माना गया।
वीडियो वायरल होते ही भड़की प्रतिक्रियाएं, धमकियों की बौछार
वीडियो पोस्ट होते ही सोशल मीडिया पर विवाद गहराने लगा। भारत और पाकिस्तान के कई मुस्लिम यूजर्स ने शर्मिष्ठा के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाते हुए शिकायतें दर्ज कराईं। कुछ कट्टरपंथी यूजर्स ने यहां तक धमकी दी कि शर्मिष्ठा का सिर तन से जुदा कर दिया जाएगा। रेप की धमकियों से लेकर उसके माता-पिता को ईमेल भेजकर परेशान करने तक की कोशिशें हुईं। हालात इतने गंभीर हो गए कि शर्मिष्ठा ने वीडियो डिलीट कर माफी मांग ली, लेकिन विवाद थमता नहीं दिखा।
"देश के पक्ष में बोलने पर मिल रही हैं धमकियां"
विवाद बढ़ने पर शर्मिष्ठा ने एक पोस्ट के जरिए सफाई दी कि उसने किसी भी धर्म को निशाना नहीं बनाया, बल्कि सिर्फ उन बॉलीवुड सितारों की आलोचना की थी जो देशभक्ति की बातें तो करते हैं लेकिन ज़रूरी मौकों पर चुप्पी साध लेते हैं। उसने कहा, “मैंने सिर्फ देश के लिए आवाज उठाई, लेकिन मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने और बलात्कार की धमकियां मिल रही हैं। ये सब सिर्फ इसलिए क्योंकि मैंने पाकिस्तान पर सवाल उठाए।” उसने यह भी आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर उसका वीडियो गलत तरीके से फैलाया गया ताकि वह अपनी बात रखने से डर जाए।
वीडियो में क्या था बयान?
14 मई को पहलगाम आतंकी हमले के संदर्भ में एक पाकिस्तानी फॉलोअर के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए शर्मिष्ठा ने वीडियो बनाया था। इसमें उसने कहा था कि बॉलीवुड के कुछ अभिनेता फिल्मों में तो देशभक्ति की बातें करते हैं, लेकिन जब असल ज़िंदगी में भारतीय सेना और देश के समर्थन की बात आती है, तो वे चुप्पी साध लेते हैं। इसी वीडियो में उसने एक धर्म विशेष के बारे में विवादास्पद टिप्पणी कर दी, जो विवाद की जड़ बनी।
कोलकाता पुलिस ने दर्ज की शिकायत
इस विवाद पर कोलकाता के गार्डनरीच थाने में एक शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। पुलिस के अनुसार, शर्मिष्ठा को और उसके परिवार को कई बार लीगल नोटिस भेजे गए, लेकिन वे सभी फरार हो गए। अंततः कोर्ट में अर्जी दायर कर गिरफ्तारी वारंट हासिल किया गया। इसके बाद कोलकाता पुलिस की एक टीम ने गुरुग्राम में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
15 मई को माफी, लेकिन नहीं रुकी नफरत की लहर
शर्मिष्ठा ने 15 मई को वीडियो डिलीट कर इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में बिना शर्त माफी मांगी थी। उसने लिखा था, “जो कुछ मैंने कहा, वह मेरी निजी राय थी। किसी की भावनाएं आहत करने का मेरा कोई उद्देश्य नहीं था। मैं भविष्य में अपनी सार्वजनिक टिप्पणियों को लेकर और अधिक जिम्मेदारी से काम लूंगी।” इसके बावजूद उसे लगातार धमकियां मिलती रहीं, जिसके चलते वह अपने परिवार के साथ कोलकाता छोड़ दिल्ली एनसीआर आ गई।
परिवार को भी बनाया जा रहा था निशाना
सोशल मीडिया पर शर्मिष्ठा ने दावा किया कि उसके माता-पिता को ईमेल और मैसेज कर धमकाया जा रहा है। उसके कॉलेज को भी बदनाम करने की कोशिशें हो रही हैं। उसने यह भी कहा कि उसके परिवार की तस्वीरें और लोकेशन सोशल मीडिया पर फैलाकर डराने की साजिश की गई।
बॉलीवुड की चुप्पी पर टिप्पणी बनी गिरफ्तारी की वजह
गौरतलब है कि शर्मिष्ठा ने अपने वीडियो में बिना किसी का नाम लिए यह सवाल उठाया था कि जब 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारतीय जवान आतंकियों से लोहा ले रहे थे, तब बॉलीवुड के तथाकथित देशभक्त सितारे कहां थे? इस बयान के बाद ही पूरा मामला गर्माया और धार्मिक भावनाओं को आहत करने की दिशा में मुड़ गया।
अब कोलकाता पुलिस की हिरासत में पूछताछ
गुरुग्राम से गिरफ्तारी के बाद शर्मिष्ठा को कोलकाता लाया गया है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि वीडियो में की गई टिप्पणी का मकसद क्या था और कहीं यह किसी योजना के तहत तो नहीं किया गया। साथ ही, धमकियों की जांच भी की जा रही है।