वाराणसी। बड़ागांव थाना क्षेत्र में रविवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम की बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। यह मुठभेड़ पूरबपुर पोखरे के पास हुई, जहां पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। सतर्क पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर चेकिंग शुरू की, तभी एक बाइक पर सवार दो युवक दिखाई दिए। रोकने की कोशिश की गई तो उन्होंने भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग कर दी।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस और एसओजी टीम ने भी गोली चलाई, जिसमें दोनों बदमाश घायल हो गए। घायलों को तत्काल अस्पताल भेजा गया। पकड़े गए बदमाशों की पहचान गोलू उर्फ आशीष यादव निवासी लठवा, थाना चौबेपुर और विकास यादव निवासी घोघवा रामपुर, थाना खानपुर, गाजीपुर के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके पास से तमंचा और बाइक बरामद किया है।
डीसीपी गोमती प्रमोद कुमार और एडीसीपी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे अभियान की निगरानी की। डीसीपी ने जानकारी दी कि ये दोनों बदमाश 9 मार्च को अहरक गांव में हुए लूटकांड में शामिल थे, जिसमें एक सर्राफा व्यवसायी और उसके पिता को गोली मारकर बदमाशों ने 22 हजार रुपये नकद और चांदी के जेवर लूट लिए थे।
मुठभेड़ से पहले एसओजी और बड़ागांव पुलिस को जानकारी मिली थी कि यही बदमाश एक बार फिर किसी वारदात को अंजाम देने के इरादे से क्षेत्र में आ रहे हैं। इस सूचना के बाद पुलिस ने पूरबपुर पोखरे के पास बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों की चेकिंग शुरू की थी। सातो महुआ की ओर से आ रही बाइक को जब रोका गया तो उस पर सवार लोगों ने भागने की कोशिश की और फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिससे दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी।
फिलहाल दोनों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है और आगे की पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इनके गिरोह के अन्य सदस्यों का भी जल्द पता चल सकेगा। साथ ही, 9 मार्च की लूट की गुत्थी भी पूरी तरह सुलझ जाएगी।