कलयुग की मां शबरी… फूल नहीं मिले, तो बुजुर्ग महिला ने धनिया की पत्ती बिछाकर भगवान राम का किया स्वागत

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सतयुग में एक माता शबरी थी। जिन्होंने जीवन भर अपने आराध्य भगवान श्री राम के स्वागत में फूल बिछाए। भगवान को बेर खट्टे न लगे, इसलिए उन्होंने अपने जूठे बेर भगवान को अर्पित किये। शबरी की आस्था, श्रद्धा और मां जैसे वात्सल्य को भगवान राम ने भी स्वीकार कर शबरी के जूठे बेर खाए और उन्हें मोक्ष दिया।

 

मध्य प्रदेश में एक ऐसी घटना सामने आई है, जहां एक बुजुर्ग महिला रामनवमी शोभायात्रा को देख भाव-विभोर हो गई। जब भगवान राम का स्वागत करने के लिए उनके पास कुछ नहीं बचा, तो वे अपनी सब्जी की दुकान से धनिया की पत्ती फेंक उनका अभिषेक करने लगी।

 

बुजुर्ग सब्जी विक्रेता महिला का विडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं। लोग उन बुजुर्ग महिला का स्वागत सतयुग की माता शबरी से कर रहे हैं।

 

मध्य प्रदेश के सिरोंज शहर में रामनवमी (30 मार्च) पर शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा जब मुख्य बाजार से होकर सड़क के किनारे सब्जी की छोटी दुकान लगाने वाली बुजुर्ग महिला रामकली के सामने से गुजरने लगी तो वह भी भगवान का स्वागत करने के लालायित हो गईं।

 

वीडियो में दिख रहा है कि वह फूल ना होने और कुछ समझ में ना आने पर रामकली ने अपनी दुकान में रखा हरा धनिया पत्ता भगवान पर बरसाना शुरू कर दिया। महिला की भक्ति को देखकर यात्रा में शामिल विक्की रघुवंशी ने रामकली की तुलना माता शबरी से की। उन्होंने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया।

 

रामकली कुशवाहा लगभग 30 साल से यहाँ सब्जी की दुकान लगा रही हैं। उनके परिवार के दूसरे सदस्य भी सब्जी की दुकान लगाते हैं। रामकली का परिवार अपने खेतों में सब्जी उगाता है और उसे बाजार में लाकर बेचता है। इसी पुश्तैनी धंदे से उनके परिवार का गुजारा चलता है।

 

रामकली ने बताया कि वह अपनी दुकान पर थीं तभी भगवान राम की शोभायात्रा उनके सामने आ गई। शोभायात्रा का स्वागत करने के लिए फूल नहीं थे, लेकिन दुकान पर रखी हरी धनिया का वर्षा कर भगवान का स्वागत किया। रामकली की भावना को देखकर हर कोई गदगद है।

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