अहमदाबाद के लिए गुरुवार का दिन एक भयावह त्रासदी लेकर आया, जब एअर इंडिया की लंदन जा रही फ्लाइट AI-171, टेकऑफ के महज दो मिनट बाद ही हादसे का शिकार हो गई। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान ने जैसे ही उड़ान भरी, उसमें अचानक आग लग गई और वह शहर के सिविल अस्पताल से महज 2.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बीजे मेडिकल और सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग से जा टकराया। इस दिल दहला देने वाली घटना में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, 12 क्रू सदस्य और कुल 241 यात्रियों की जान चली गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हादसे की जानकारी मिलते ही अहमदाबाद पहुंचे और सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे, जहां वे एअर इंडिया और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों से पूरी जानकारी ले रहे हैं। इसके बाद वे घायलों का हालचाल जानने अस्पताल जाएंगे और मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर संवेदना प्रकट करेंगे। पीएम रूपाणी के परिजनों से भी मुलाकात कर सकते हैं।
विमान में कौन-कौन था सवार?
इस अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट में कुल 230 यात्री सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडा के नागरिक थे। यात्रियों में 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात शामिल थे। इसके अलावा विमान में 12 क्रू मेंबर भी मौजूद थे। इस भयावह हादसे में एकमात्र जीवित बचे यात्री भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार हैं, जो विमान की सीट संख्या 11-A पर बैठे थे। वे बुरी तरह घायल हैं, लेकिन उन्हें जिंदा निकाल लिया गया।
सिविल अस्पताल की इमारत में मची तबाही
विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर सीधे उस बिल्डिंग से टकराया, जिसमें सिविल अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ का रिहायशी परिसर था। हादसे के समय बिल्डिंग में करीब 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे। इनमें से 15 से अधिक को गंभीर चोटें आई हैं। मौके पर तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया, लेकिन तब तक आग की लपटें विकराल हो चुकी थीं।
डिप्टी कमिश्नर ने दी जानकारी, शवों की पहचान शुरू
अहमदाबाद के डिप्टी कमिश्नर कानन देसाई ने देर रात जानकारी दी कि अब तक 265 शव सिटी सिविल अस्पताल पहुंचाए जा चुके हैं। इनमें से 241 मृतक विमान यात्री हैं, जबकि 4 मेडिकल छात्र और एक डॉक्टर की पत्नी भी हादसे की चपेट में आ गए। बाकी शवों की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं।
शवों की पहचान के लिए 1000 से अधिक DNA जांच
गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि शवों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए 1000 से ज्यादा DNA परीक्षण किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि गुजरात में इतनी बड़ी संख्या में परीक्षण कराने की क्षमता है, और विशेषज्ञों की टीम इस कार्य में लग चुकी है।
रिलायंस ग्रुप ने जताया शोक, मदद का आश्वासन
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने इस त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह देश के लिए एक असहनीय क्षति है। उन्होंने कहा, "नीता और मैं, और पूरा रिलायंस परिवार इस दर्दनाक हादसे से बेहद व्यथित हैं। पीड़ितों और उनके परिजनों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। रिलायंस इस रिलीफ ऑपरेशन में पूरा सहयोग देगा और हरसंभव मदद के लिए तैयार है।"
देशभर में शोक की लहर
इस भीषण हवाई दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हादसे की भयावहता ने 2010 में मंगलोर में हुई विमान दुर्घटना की याद ताजा कर दी। सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन, मेडिकल टीमें, और आपदा प्रबंधन बल युद्धस्तर पर राहत कार्य में जुटे हैं। हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं और विमान के ब्लैक बॉक्स की तलाश की जा रही है, जिससे दुर्घटना के कारणों का पता चल सके।