Covid Alert: देश में फिर बढ़े कोरोना केस, JN.1 वैरिएंट बना चिंता का कारण, यूपी में एक ही दिन में मिले 4 नए मरीज

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देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले तेज़ी से सामने आने लगे हैं। शुक्रवार को सामने आए आंकड़ों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। अहमदाबाद में 20, उत्तर प्रदेश में 4, हरियाणा में 5 और बेंगलुरु में 9 महीने का एक मासूम बच्चा कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। फिलहाल देशभर में कुल 312 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि दो लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।


दिल्ली सरकार अलर्ट मोड में


कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए सभी अस्पतालों को जरूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों को कहा गया है कि वे बेड, ऑक्सीजन, दवाओं और वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करें। इसके अलावा, हर कोविड पॉजिटिव सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल भेजना अनिवार्य किया गया है। सभी संस्थानों को अपनी रिपोर्ट दिल्ली हेल्थ डेटा पोर्टल पर प्रतिदिन अपलोड करनी होगी।


दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने जानकारी दी कि गुरुवार तक राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के 23 सक्रिय केस दर्ज किए गए हैं।

 


अन्य राज्यों की स्थिति


•    गुजरात: अब तक कुल 40 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें 33 मरीज सक्रिय हैं।


•    उत्तर प्रदेश: गाजियाबाद में 4 नए केस मिले हैं। तीन मरीज होम आइसोलेशन में हैं, जबकि एक अस्पताल में भर्ती है।


•    हरियाणा: बीते 48 घंटों में 5 नए केस सामने आए हैं, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। राहत की बात यह है कि इन मरीजों की कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा इतिहास नहीं है।


वैश्विक रुझानों ने बढ़ाई चिंता


दिल्ली सरकार की यह सख्ती ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तान, चीन, थाईलैंड और सिंगापुर जैसे देशों में भी संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इन देशों में नए मामलों की दर ने वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसियों को सतर्क कर दिया है।


JN.1 वैरिएंट: ओमिक्रोन की नई शाखा


स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार कोरोना की वापसी के पीछे ओमिक्रोन के नए वैरिएंट JN.1 और उसके सब-वैरिएंट्स LF7 व NB1.8 को जिम्मेदार माना जा रहा है। यह नया वैरिएंट अगस्त 2023 में पहली बार सामने आया था। दिसंबर 2023 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' घोषित किया था।


इम्यूनिटी पर हमला करता है JN.1


JN.1, ओमिक्रोन के BA2.86 वंश का एक स्ट्रेन है, जिसमें लगभग 30 म्यूटेशन्स पाए गए हैं। ये म्यूटेशन्स शरीर की प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर सकते हैं। अमेरिका की जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार, यह वैरिएंट पहले के मुकाबले अधिक संक्रामक है लेकिन ज्यादा गंभीर लक्षण नहीं देता। इसके संक्रमण के लक्षण कई दिनों से लेकर हफ्तों तक बने रह सकते हैं।

 


लॉन्ग कोविड का खतरा बरकरार


विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि यदि किसी संक्रमित व्यक्ति में लंबे समय तक लक्षण बने रहते हैं, तो यह 'लॉन्ग कोविड' की स्थिति हो सकती है। इसमें थकान, सांस लेने में दिक्कत, ब्रेन फॉग, और जोड़ों में दर्द जैसी समस्याएं लंबे समय तक बनी रह सकती हैं।


सावधानी ही बचाव


हालांकि अभी तक कोई ऐसा प्रमाण नहीं मिला है जिससे यह कहा जा सके कि नया वैरिएंट पहले से अधिक घातक या तेज़ी से फैलने वाला है, लेकिन कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों के लिए यह लहर गंभीर हो सकती है। विशेषज्ञ लोगों को सलाह दे रहे हैं कि वे मास्क पहनें, भीड़भाड़ से बचें और वैक्सीनेशन पूरा करवाएं।

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