प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के दौरान मंगलवार देर रात एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी जब संगम क्षेत्र में अचानक भगदड़ मच गई। इस हादसे में कई श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर है। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए प्रशासनिक अमला पूरी तरह सक्रिय हो गया है। मेला प्रशासन घटनास्थल पर मौजूद है और राहत-बचाव कार्य तेजी से जारी है।
एम्बुलेंस के जरिये घायलों को पहुंचाया गया अस्पताल
घटना के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। एंबुलेंस के जरिए घायलों को महाकुंभ मेला क्षेत्र में स्थित अस्पतालों में पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस दौरान प्रशासन ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
अखाड़ा परिषद ने भगदड़ को ध्यान में रखते हुए मौनी अमावस्या पर होने वाले अमृत स्नान को स्थगित करने का निर्णय लिया था। हालांकि कुछ देर बार संतों ने स्नान कर परम्परा का निर्वहन किया। प्रशासन ने संतों और श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस घटना को लेकर चर्चा की और स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए अपना दिल्ली दौरा स्थगित कर दिया है और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
जल्दीबाजी में हुआ था हादसा
मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम में स्नान करने के लिए करोड़ों श्रद्धालु पहुंचे थे, जिससे क्षेत्र में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान करने की जल्दबाजी में थे, जिससे अव्यवस्था उत्पन्न हुई और यह हादसा हुआ।
प्रमुख आंकड़े:
• दोपहर 2 बजे तक – 5.04 करोड़ श्रद्धालु संगम स्नान कर चुके थे।
• शाम 4 बजे तक – यह संख्या 5.71 करोड़ तक पहुंच गई।
• बीते 72 घंटे में – 50 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे।
क्या बोले शंकराचार्य
भगदड़ की घटना पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने गहरी संवेदना प्रकट की। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे किसी विशेष स्थान पर भीड़ न करें और जहां साफ जल मिले, वहां स्नान कर लें।
प्रयागराज की सीमाएं सील, यातायात प्रभावित
प्रशासन ने प्रयागराज की सीमाओं को सील कर दिया है ताकि अत्यधिक भीड़ को रोका जा सके। गाजीपुर और भदोही में हजारों वाहनों को रोका गया है, जिससे श्रद्धालुओं को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर भी वाहनों की आवाजाही सीमित कर दी गई है।
अखिलेश यादव ने उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं और जनता से अपील की है कि वे फंसे हुए श्रद्धालुओं की मदद करें। वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने भी श्रद्धालुओं से अपील की कि वे संगम के अलावा अन्य घाटों पर भी स्नान करें।
गृह मंत्री ने जताया दुख, निषाद पार्टी अध्यक्ष ने मांगी माफी
गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे को लेकर गहरा दुख व्यक्त किया और प्रशासन को हरसंभव सहायता देने की बात कही। वहीं, यूपी सरकार के मंत्री संजय निषाद, जिन्होंने इस घटना को 'छोटी-मोटी घटना' बताया था, ने अपने बयान पर खेद जताया और माफी मांगी।
अयोध्या और वाराणसी में भी भीड़ का असर
महाकुंभ के चलते वाराणसी और अयोध्या में भी श्रद्धालुओं का भारी दबाव देखा गया। अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु कतार में लगे रहे, वहीं वाराणसी में प्रशासन को यातायात नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाने पड़े।
श्रद्धालुओं से की संयम रखने की अपील
प्रशासन अब सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने पर ध्यान दे रहा है। भीड़ प्रबंधन के लिए नए मार्गों का निर्माण, अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती और स्नान घाटों पर अधिक निगरानी रखी जा रही है। इसके साथ ही, श्रद्धालुओं से संयम और धैर्य बनाए रखने की अपील की जा रही है।