चंदौली। खेलो इंडिया अभियान के तहत पूरे देश में प्रतिभाओं को निखारा जा रहा है। वहीँ इसी बीच यूपी के चंदौली में इसमें फर्जी दस्तावेजों के सहारा लेने का मामला सामने आया है। चंदौली के ही एक खिलाड़ी ने इस तरह के दस्तावेजों का इस्तेमाल किया है। भारतीय ऐथ्लैटिक्स फेडरेशन ने यूपी फेडरेशन से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।
यूपी ऐथ्लैटिक्स के सचिव देवेश दुबे ने वाराणसी के स्पोर्ट्स ऑफिसर और चंदौली के पदाधिकारी से रिपोर्ट देने को कहा गया है। जिसे लेकर ऐथ्लैटिक्स फेडरेशन में हड़कंप मचा हुआ है।
यूपी ऐथ्लैटिक्स फेडरेशन के सचिव देवेश दुबे ने कहा कि चंदौली के रहने वाले ख़िलाड़ी विष्णु कुमार ने हाल ही में यूपी और राजस्थान में लंबी कूद प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था और पदक भी जीते थे। इसकी वजह से उसका नेशनल प्रतियोगिता में चयन हुआ। जिसके बाद पते और पिता के नाम और घर की जानकारी में उसकी डेट ऑफ बर्थ में डिफरेंस मिला है। इसके बाद इस मामले में जांच बैठाई गयी है।
सचिव ने बताया कि इस मामले में फेडरेशन के कहने पर चंदौली के पदाधिकारी और वाराणसी के क्षेत्रीय उप क्रीड़ा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है। इस मामले में एक कोच अजीत रावत भी जांच के दायरे में हैं। उप क्रीड़ा अधिकारी मंजूर के अनुसार इस नाम का कोई भी खिलाड़ी या बाहरी कोच न अभ्यास करता है स्टेडियम में न कराता है।