पहलगाम हमले के बाद भारत का डिजिटल एक्शन: पाक पीएम शहबाज शरीफ और क्रिकेटरों के सोशल मीडिया अकाउंट ब्लॉक, IMF से लोन समीक्षा की मांग

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नई दिल्ली/पहलगाम। पहलगाम की बायसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ डिजिटल और कूटनीतिक स्तर पर सख्त रुख अपना लिया है। इस हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी, जिसके बाद केंद्र सरकार ने न केवल आतंकी गतिविधियों की जड़ तक जाने का फैसला किया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान पर दबाव बनाना भी तेज कर दिया है।


भारत सरकार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का आधिकारिक यूट्यूब चैनल और इंस्टाग्राम अकाउंट ब्लॉक कर दिया है। इसके साथ ही पाकिस्तान के चर्चित क्रिकेट सितारे बाबर आजम, हारिस रऊफ, मोहम्मद रिजवान और शाहीन शाह अफरीदी के इंस्टाग्राम अकाउंट भी भारत में बंद कर दिए गए हैं। इन कड़े कदमों को भारत की साइबर नीति के तहत पाकिस्तान पर दबाव बनाने की एक रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।

 


आर्थिक मोर्चे पर भी दबाव


एक वरिष्ठ भारतीय सरकारी सूत्र के अनुसार, भारत ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से अपील की है कि वह पाकिस्तान को दिए जा रहे आर्थिक ऋण की समीक्षा करे। भारत का मानना है कि पाकिस्तान द्वारा आतंकियों को संरक्षण देने और फंडिंग करने की सूरत में उसे अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मदद नहीं मिलनी चाहिए।


NIA और फोरेंसिक टीम ने शुरू की जांच


पहलगाम हमले की जांच शुक्रवार को NIA और फोरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम ने घटनास्थल पर जाकर शुरू कर दी। खुफिया सूत्रों का कहना है कि हमले में शामिल आतंकी दक्षिण कश्मीर के जंगलों में छिपे हुए हैं और उनके पास पर्याप्त राशन और जरूरी सामग्री है, जिससे वे लंबी अवधि तक छिपे रह सकते हैं।

 


पाकिस्तानी नेताओं के बयानों से मचा बवाल


हमले के बाद पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के उस बयान ने खलबली मचा दी थी, जिसमें उन्होंने स्वीकार किया कि “पाकिस्तान पिछले 30 वर्षों से आतंकवादियों को फंडिंग करता रहा है।” इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भी कहा कि पाकिस्तान और आतंकवाद के बीच का रिश्ता कोई छिपी बात नहीं है।


बांग्लादेश से आई खतरनाक टिप्पणी


इस बीच एक और चौंकाने वाला बयान बांग्लादेश के पूर्व सैन्य अधिकारी और प्रधानमंत्री के सलाहकार माने जाने वाले मोहम्मद यूनुस के करीबी व्यक्ति से आया है। उन्होंने सुझाव दिया कि “यदि भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो ढाका को चीन के साथ मिलकर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए।” इस बयान की कड़ी निंदा हो रही है और इसे भारत की संप्रभुता के खिलाफ गम्भीर चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।

 


वाघा बॉर्डर दो दिन बाद खोला गया


पाकिस्तान ने 30 अप्रैल को वाघा बॉर्डर बंद कर दिया था, जिससे कई पाकिस्तानी नागरिक भारत में फंस गए थे। शुक्रवार को सीमा आंशिक रूप से खोली गई और 21 पाक नागरिकों को स्वदेश लौटने की अनुमति दी गई। ये नागरिक वीजा सस्पेंशन के कारण भारत में अटक गए थे।


राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में कहा कि सरकार की रणनीति अभी भी स्पष्ट नहीं है, जबकि “पूरा विपक्ष इस संकट में सरकार के साथ खड़ा है।” उन्होंने यह भी कहा कि “देश के सामने जो भी चुनौतियां हों, विपक्ष सरकार के साथ मिलकर उनका एकजुट होकर मुकाबला करेगा।”

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