अमेठी। जिले के बहादुरपुर ब्लॉक स्थित एक परिषदीय स्कूल में सातवीं कक्षा की छात्रा के साथ अभद्रता करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि स्कूल की शिक्षिका ने चोरी के संदेह में छात्रा को निर्वस्त्र कर उसकी तलाशी ली और जातिसूचक गालियां देकर अपमानित किया। मामला दो दिन पुराना बताया जा रहा है, लेकिन छात्रा की मां द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद शनिवार को यह घटना सार्वजनिक हुई, जिससे शिक्षा विभाग और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
पीड़ित छात्रा की मां ने आरोप लगाया कि 27 मार्च को वार्षिक परीक्षा के दौरान एक छात्रा के 30 रुपये गायब हो गए थे। इस पर शिक्षिका ने उनकी बेटी को संदेह के घेरे में लेते हुए पहले उसके कपड़े उतरवाकर तलाशी ली। जब पैसे नहीं मिले, तो कथित रूप से जातिसूचक गालियां देकर उसे धमकाया और अपमानित किया। छात्रा इस घटना से बेहद डरी हुई थी और दो दिन तक चुप रही। जब मां ने उसे समझाया-बुझाया, तब जाकर उसने पूरी घटना बताई। इसके बाद मां ने पुलिस और शिक्षा विभाग से मामले की शिकायत की।
शिक्षिका ने आरोपों को बताया निराधार
आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षिका ने खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा कि 27 मार्च को एक छात्रा के 30 रुपये खो जाने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद उसी छात्रा ने अन्य सहपाठियों की तलाशी ली थी। कपड़े उतरवाने या गाली-गलौज करने का कोई सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने इसे एक साजिश करार दिया और कहा कि उन्हें बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।
पुलिस जांच में शिक्षिका पर लगे आरोप गलत पाए गए
शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच की और कहा कि शिक्षिका पर लगाए गए आरोप सही नहीं पाए गए। थाना प्रभारी श्रीराम पांडेय ने बताया कि बच्चों से पूछताछ में कपड़े उतरवाने और जातिसूचक गालियां देने की बात गलत निकली। केवल सहपाठी की ओर से पैसे गायब होने पर तलाशी लेने की बात सामने आई है। पुलिस ने इस जांच की रिपोर्ट पीड़ित परिवार को भी सौंप दी है।
समिति गठित कर होगी विस्तृत जांच
उप शिक्षा अधिकारी राकेश सचान ने कहा कि मामला गंभीर है और इसकी निष्पक्ष जांच के लिए महिला अफसर की मौजूदगी में जांच कराई जाएगी। पूरे मामले की रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को भेजी गई है और जल्द ही एक समिति गठित कर विस्तृत जांच कराई जाएगी। जांच के बाद सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।