वाराणसी। काशी के रामनगर थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां एक बेटे ने अपनी संपत्ति के लालच में षड्यंत्र रचकर अपने ही पिता की हत्या कर दी। इस जघन्य अपराध में उसके साढ़ू के लड़के ने भी उसका साथ दिया। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपियों ने शव को झाड़ियों में फेंक दिया और फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले का 12 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीसरे आरोपी की तलाश जारी है।
शनिवार की सुबह लगभग 8 बजे रामनगर थाना क्षेत्र के दुर्गा माता मंदिर के पास 52 बीघा जंगल में काशीराज परिवार की खाली पड़ी जमीन पर एक अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां 55 वर्षीय एक व्यक्ति का शव पड़ा मिला। प्रथम दृष्टया अप्राकृतिक मृत्यु का संदेह होने पर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया। जांच के बाद मृतक की पहचान श्यामजी पटेल (पुत्र स्वर्गीय रघुनाथ) निवासी गोरैया, थाना अलीनगर, जनपद चंदौली के रूप में हुई।
शिनाख्त के बाद, मृतक के भाई रामकेश पटेल की तहरीर पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जांच में पता चला कि मृतक किड्जी स्कूल, साहित्य नाका, रामनगर में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में कार्यरत था। शुक्रवार की रात करीब 7 बजे वह ड्यूटी खत्म करने के बाद घर के लिए निकला, लेकिन घर नहीं पहुंचा। अगले दिन उसका शव जंगल में मिला, जिससे हड़कंप मच गया।
बेटे ने की पिता की हत्या, साथी बना साढ़ू का लड़का
जांच में पुलिस को पता चला कि मृतक का इकलौता बेटा, राजकुमार पटेल, पिछले 12 वर्षों से अपने माता-पिता से अलग रह रहा था। राजकुमार पर तीन लाख रुपये का कर्ज था और वह अपने पिता से संपत्ति में हिस्सा मांग रहा था, जिसे देने से पिता ने इनकार कर दिया था।
पुलिस पूछताछ में राजकुमार ने बताया कि उसने कई बार पिता से जमीन बेचने की मांग की, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हुए। इस पर राजकुमार ने अपनी परेशानी अपने साढ़ू के लड़के मयंक को बताई। मयंक ने उसे उकसाते हुए कहा कि जब उसके पिता की मौत हो जाएगी, तभी वह जमीन बेच सकेगा। यह सुनकर राजकुमार ने पिता को रास्ते से हटाने की योजना बना ली।
ऐसे रची गई हत्या की साजिश
शुक्रवार की रात राजकुमार ने अपने पिता को फोन कर बुलाया कि वह दुर्गा मंदिर के पास एक व्यक्ति से मिलवाना चाहता है। जब श्यामजी पटेल वहां पहुंचे, तो राजकुमार, मयंक और एक अन्य व्यक्ति ने उन्हें रोक लिया। वे बातचीत करते हुए उन्हें सुनसान जंगल की ओर ले गए और एक बार फिर जमीन बेचने के लिए दबाव डाला। जब पिता ने फिर से इनकार किया, तो तीनों ने मिलकर उनकी हत्या कर दी।
मयंक ने मृतक के हाथ पकड़े, राजकुमार ने पैर पकड़ लिए, और तीसरे व्यक्ति ने गला दबा दिया। इसके बाद मयंक ने उनके गले पर पैर रखकर दबा दिया और चेहरे पर ईंट मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद तीनों आरोपी वहां से फरार हो गए।
पुलिस ने 12 घंटे में किया गिरफ्तार
रविवार को गोरैया गांव मोड़ के पास से राजकुमार पटेल और मयंक पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि तीसरे आरोपी शिवशंकर पटेल की तलाश जारी है। पुलिस लगातार उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है।
गिरफ्तार आरोपी राजकुमार पटेल (39 वर्ष) मुगलसराय कोतवाली थाना अंतर्गत फत्तेपुर साहुपुरी और मयंक पटेल (21 वर्ष) सुसवाही के नासिरपुर का रहने वाला है।