वाराणसी/प्रयागराज। महाकुंभ के पलट प्रवाह के बीच प्रयागराज-वाराणसी मार्ग पर दुनिया का सबसे बड़ा जाम लगा हुआ है। लोग जाम में फंसकर घंटों इंतज़ार कर रहे हैं। प्रयागराज महाकुंभ जाने वालों से सड़कें पट गई हैं। हालात यह हो गये हैं कि दो घंटे का सफर 5-7 घंटे में तय हो रहा है। कई स्थानों पर पांच किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है, जिससे वाहन सवार घंटों तक जाम में फंसे रहने को मजबूर हैं।
महाकुंभ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का हुजूम प्रयागराज, काशी, अयोध्या, मथुरा और विंध्याचल की ओर रुख कर रहा है। ऐसे में कई जिलों में भीड़ का असर देखने को मिल रहा है। रविवार को हाईवे पर घंटों वाहन रेंगते रहे। वहीं सोमवार को भी जबरदस्त भीड़ रही। हालात यह रहे कि प्रशासन के लिए भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया। महाकुंभ नगर इस समय दुनिया का सबसे बड़ा आबादी वाला शहर बन गया है। अनुमान के मुताबिक, रविवार और सोमवार के दो दिनों में 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं।
इस ‘पलट प्रवाह’ के कारण वाराणसी की सड़कें और गलियां श्रद्धालुओं से खचाखच भर गई हैं। शहर में हालात ऐसे हो गए हैं कि 10 मिनट की दूरी तय करने में लोगों को घंटों लग रहे हैं। काशीवासी बस भीड़ से राहत मिलने का इंतज़ार कर रहे हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर और इसके 5 किमी के दायरे में रहने वाले लोगों के लिए सबसे मुश्किल काम हो रहा है, अपने घरों से निकलना। काशी में दो दिनों में लगभग 35 लाख श्रद्धालु पहुंचे हैं।
भीड़ की हालत देख लोग बाहर निकलने से कतराने लगे हैं। काशी के मणिकर्णिका मोक्ष द्वार पर भी श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ नजर आई। यहां संकरी गलियों में पांव रखने की भी जगह नहीं है।
संगम स्नान के बाद काशी, अयोध्या और मथुरा का रुख कर रहे श्रद्धालु
महाकुंभ के स्नान के बाद श्रद्धालु अब अन्य तीर्थ स्थलों की यात्रा कर रहे हैं। संगम में स्नान के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या में श्रीरामलला के दर्शन, मथुरा-वृंदावन में श्रीकृष्ण के दर्शन, विंध्यधाम में मां विंध्याचल के दर्शन और वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन के लिए आ रहे हैं। इसके अलावा, काशी के श्रद्धालु काल भैरव के दर्शन, गंगा आरती में शामिल होने और नौका विहार का आनंद लेने के लिए भी भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। काशी विश्वनाथ के दर्शन को 2 किमी लंबी लाइन लग रही है। वहीं काशी के कोतवाल कालभैरव के दर्शन के लिए भी सड़क से लगभग 1 किमी लंबी लाइन लग रही है।
पुलिस प्रशासन की कड़ी मशक्कत, लेकिन भीड़ बेकाबू
पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी से भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात को सुचारू करने में जुटा है, लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक है कि पुलिसकर्मियों को भी पसीना छूट रहा है। वाराणसी में आने वाले बाहरी वाहनों को पुलिस बॉर्डर पर ही रोक रही है, इसके कारण भी मुख्य मार्गों पर जाम लग रहा है।
मैदागिन से गोदौलिया तक भारी भीड़, वाहनों पर प्रतिबंध
वाराणसी में मैदागिन से गोदौलिया जाने वाले मार्ग पर यातायात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने चारों ओर से वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी है। कई जगहों पर पुलिस केवल पैदल यात्रियों को जाने दे रही है, लेकिन इसके बावजूद श्रद्धालुओं का हुजूम इतना विशाल है कि गलियों में तिल रखने की भी जगह नहीं बची है।
प्रयागराज में भीड़ रोकने के लिए पुलिस की अपील
प्रयागराज में महाकुंभ के स्नान के दौरान बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुलिस ने श्रद्धालुओं से प्रयागराज आने की योजना को स्थगित करने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि भीड़ की वजह से ट्रैफिक पूरी तरह से चरमरा गया है, जिससे लोगों को कई घंटों तक जाम में फंसे रहना पड़ रहा है।
काशी में आने वालों को सतर्क रहने की जरूरत
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और ट्रैफिक जाम के कारण जो भी लोग काशी आने की योजना बना रहे हैं, उन्हें पहले अपने सफर की पूरी तैयारी कर लेनी चाहिए। प्रशासन द्वारा लगातार डायवर्जन और वाहनों पर प्रतिबंध की घोषणाएं की जा रही हैं, इसलिए लोगों को अपने मार्ग और समय का चुनाव सोच-समझकर करना होगा।
काशी में श्रद्धालुओं की भीड़ बनी आस्था का प्रतीक
हालांकि, इस असुविधा के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ है। वाराणसी में गंगा आरती, मंदिरों में दर्शन और धार्मिक आयोजनों में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ रही है। इससे साफ जाहिर है कि काशी की आध्यात्मिक ऊर्जा और धार्मिक महत्व अब पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गया है।
अगले कुछ दिनों तक हालात बने रह सकते हैं चुनौतीपूर्ण
यात्रा करने वालों को सलाह दी जा रही है कि अगर संभव हो तो आने वाले दिनों में यात्रा को पुनर्निर्धारित करें। हालांकि, प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है, लेकिन श्रद्धालुओं की अपार संख्या के कारण अगले कुछ दिनों तक वाराणसी में ट्रैफिक जाम और भीड़ की समस्या बनी रह सकती है।