उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर देने वाला एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसने न केवल एक परिवार में भूचाल ला दिया, बल्कि पूरे गांव को चर्चा के घेरे में ला खड़ा किया है। शहजादनगर थाना क्षेत्र के ककरौआ गांव के निवासी 55 वर्षीय व्यक्ति ने अपने ही सबसे छोटे बेटे के लिए तय की गई युवती से निकाह रचा लिया। यह निकाह चोरी-छिपे दिल्ली में हुआ और जब आठ दिन बाद वह युवती को पत्नी बनाकर घर लौटा, तो परिजन सकते में आ गए।
बेटे की मंगेतर से निकाह, पूरे परिवार ने जताई नाराज़गी
जानकारी के मुताबिक, आरोपी पिता अपने तीन बेटों के साथ पहले भोट क्षेत्र के बांस नगली गांव में रह रहा था। कुछ महीने पहले उसने अपने सबसे छोटे बेटे की शादी अजीमनगर थाना क्षेत्र की 18 वर्षीय युवती से तय की थी। शादी की तारीख भी पक्की हो चुकी थी। लेकिन जब शादी नजदीक आई, तो वह युवती के घर लगातार जाने लगा। इसी दौरान उसके मन में बेटे की मंगेतर के प्रति आकर्षण उत्पन्न हुआ।
कुछ दिन बाद उसने युवती को दवा दिलाने के बहाने दिल्ली ले गया और फिर वापस नहीं लौटा। आठ दिन तक जब दोनों का कोई पता नहीं चला, तो परिजनों को चिंता हुई। इसके बाद अचानक वह दिल्ली से युवती के साथ लौटा, लेकिन इस बार रिश्ता बदल चुका था—वह अब उसके बेटे की होने वाली बहू नहीं, बल्कि उसकी पत्नी बन चुकी थी।
घर में बवाल, पंचायत में निकाला गया फैसला
इस अजीबोगरीब रिश्ते को देखकर पूरा परिवार गुस्से से भर गया। बेटों ने इसका विरोध किया, और घर में झगड़े की नौबत आ गई। मामला इतना बिगड़ा कि गांव की पंचायत को हस्तक्षेप करना पड़ा। पंचायत ने सर्वसम्मति से यह तय किया कि दोनों को गांव और परिवार से बाहर कर दिया जाए। इसके बाद ससुर-पत्नी की जोड़ी को गांव छोड़ना पड़ा।
गांव में फैली सनसनी, लोग कर रहे तरह-तरह की चर्चा
इस अनोखे रिश्ते की खबर गांव में आग की तरह फैल गई। ककरौआ और बांस नगली गांव में लोग इस घटनाक्रम से हैरान हैं। अधिकांश लोगों का मानना है कि यह सामाजिक और पारिवारिक मर्यादाओं का उल्लंघन है। बताया जा रहा है कि ससुर अब अपनी नई पत्नी को गांव लाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा और दोनों फिलहाल दिल्ली में किसी रिश्तेदार के यहां रह रहे हैं।
पहले भी सामने आए हैं ऐसे चौंकाने वाले मामले
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में यह पहला मौका नहीं है जब पारिवारिक रिश्तों की सीमाएं लांघी गई हों। इससे पहले अलीगढ़ में एक दामाद अपनी सास को शादी से पहले ही घर से भगा ले गया था। ऐसे मामले समाज में मौजूद मूल्य, नैतिकता और रिश्तों की जटिलता पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।