नई दिल्ली। प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ पर मंगलवार को संसद में जमकर हंगामा हुआ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार को घेरा, तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखा जवाब दिया।
अखिलेश यादव: "लाशें पड़ी रहीं और सरकार फूल बरसाती रही"
लोकसभा में बोलते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "प्रयागराज में लोग मरते रहे और सरकार फूल बरसाने में व्यस्त थी। भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई, लेकिन सरकार ने उन्हें जेसीबी से हटवाया। हमें बताएं कि इन लाशों को कहां फेंका गया? महाकुंभ हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। डबल इंजन सरकार पूरी तरह फेल हो गई है। महाकुंभ की व्यवस्थाएं सेना के हवाले कर देनी चाहिए।"
मल्लिकार्जुन खड़गे: "सरकार सच्चाई छिपा रही है"
राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महाकुंभ भगदड़ को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, "29 जनवरी को महाकुंभ में भगदड़ मची, जिसमें हजारों लोग मारे गए। सरकार को बताना चाहिए कि सच्चाई क्या है।"
हालांकि, राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने खड़गे से 'हजारों मौतों' वाला बयान वापस लेने को कहा।
सीएम योगी का तीखा जवाब: "सनातन धर्म के खिलाफ साजिश"
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव और खड़गे पर पलटवार करते हुए कहा, "एक ओर पूरा देश और दुनिया सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन का साक्षी बनकर गौरवान्वित हो रही है, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग सनातन धर्म के खिलाफ साजिश रच रहे हैं और झूठ फैला रहे हैं।"
देश की संसद में कांग्रेस अध्यक्ष और सपा अध्यक्ष का बयान न केवल सनातन धर्म पर प्रहार है, बल्कि निंदनीय और शर्मनाक भी है। यह इनकी गिद्ध दृष्टि को भी दिखाता है, जो पहले दिन से दुष्प्रचार कर रहे हैं। इनमें होड़ लगी है कि कौन कितना ज्यादा झूठ बोल जाता है। ये दोनों दल और सनातन विरोधी चाहते थे कि बड़ी घटना हो जाए।
उन्होंने आगे कहा, "संसद में कांग्रेस और सपा अध्यक्ष के बयान केवल सनातन धर्म पर हमला नहीं हैं, बल्कि निंदनीय और शर्मनाक भी हैं। इनकी गिद्ध दृष्टि देखिए, ये लगातार झूठ फैलाने की होड़ में लगे हैं।"
सीएम योगी ने भरोसा दिलाया कि 29 जनवरी की घटना की निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
हेमा मालिनी का बयान: "कुछ लोगों का काम है कहना, वे कहते रहेंगे"
मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, "महाकुंभ में भगदड़ की कोई बड़ी घटना नहीं हुई थी। कुछ लोगों का काम है कहना, वे कहते रहेंगे।"
क्या हुआ था 29 जनवरी को?
मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचे थे। इस दौरान भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई। प्रशासन के अनुसार, इस हादसे में 30 लोगों की मौत हुई और 60 लोग घायल हुए, हालांकि विपक्ष का दावा है कि मरने वालों की संख्या अधिक है।