महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए 7 दिन बीत चुके हैं। भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) के महायुति गठबंधन ने 288 में से 230 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसके बावजूद, मुख्यमंत्री पद को लेकर संशय बना हुआ है।
सीएम पद: भाजपा के हिस्से में, फडणवीस का नाम सबसे आगे
डिप्टी सीएम अजित पवार ने स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री भाजपा से होगा। शिवसेना और एनसीपी को डिप्टी सीएम पद मिलेगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता के मुताबिक, संघ की मंजूरी के बाद देवेंद्र फडणवीस का नाम लगभग तय है। शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को शाम 5 बजे मुंबई के आजाद मैदान में होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।
शिंदे और फडणवीस के बीच गृह मंत्रालय को लेकर विवाद
पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम का पद लेने को तैयार हैं लेकिन गृह मंत्रालय की मांग पर अड़े हुए हैं। गृह मंत्रालय फिलहाल देवेंद्र फडणवीस के पास है, जो इसे छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
29 नवंबर को शिंदे ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। बैठक के बाद शिंदे अपने गांव सातारा चले गए, जहां उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर है।
महायुति में विभागों का बंटवारा बना चुनौती
सूत्रों के अनुसार, भाजपा गृह, राजस्व, उच्च शिक्षा, कानून, ऊर्जा और ग्रामीण विकास जैसे अहम विभाग अपने पास रखना चाहती है। शिवसेना को स्वास्थ्य, शहरी विकास और सार्वजनिक कार्य जैसे विभाग, जबकि एनसीपी (अजित गुट) को वित्त, कृषि और योजना मंत्रालय दिए जाने की पेशकश की गई है।
शिवसेना की दो राय: शिंदे या फडणवीस?
शिवसेना के कई नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि उनके नेतृत्व में महायुति को बड़ी जीत मिली। इन नेताओं का तर्क है कि बिहार मॉडल अपनाते हुए, जैसे कम सीटों के बावजूद जदयू नेता नीतीश कुमार सीएम बने, वैसे ही शिंदे को सीएम बनाया जाना चाहिए। हालांकि, कुछ नेता मानते हैं कि शिंदे को डिप्टी सीएम बनना चाहिए।
अगला कदम क्या?
भाजपा विधायक दल की बैठक, जो पहले 1 दिसंबर को होनी थी, अब 3 दिसंबर को होगी। इस दौरान दिल्ली से दो पर्यवेक्षक मुंबई आएंगे और विधायकों से चर्चा के बाद सीएम पद का औपचारिक ऐलान करेंगे।
महायुति की सरकार बनाने की राह में फिलहाल विभागों का बंटवारा और गृह मंत्रालय विवाद सबसे बड़ी चुनौतियां हैं। अब देखना होगा कि 5 दिसंबर तक यह गतिरोध कैसे सुलझता है।