नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी अपनी तीसरी पारी के लिए प्रधानमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। मोदी के नए मंत्रिमंडल में कई पुराने मंत्रियों समेत नए चेहरों को जगह दी गई है। NDA के घटक दलों को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है, जबकि कई बड़े चेहरों को इस बार मंत्रिमंडल से दूर रखा गया है।लोकसभा चुनाव में जबरदस्त जीत के बावजूद कई बड़े चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई है। इनमें सबसे पहला नाम अनुराग ठाकुर का है। वह हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से सांसद हैं। इस बार भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, इसलिए अनुराग ठाकुर को जगह नहीं मिल पाई। वहीं, विजयी रहे अजट भट्ट और नारायण राणे को भी स्थानीय समीकरणों की वजह से मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई। वहीं, कई केंद्रीय मंत्री चुनाव हारने की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में जगह नहीं बना पाए। इनमें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का नाम सबसे प्रमुख है। स्मृति ईरानी के साथ साध्वी निरंजन, आरके सिंह, अर्जुन मुंडा, राजीव चंद्रशेखर, निशीथ प्रमाणिक, अजय मिश्र टेनी, सुभाष सरकार, भारती पंवार, राव साहेब दानवे और कपिल पाटिल भी इस बार चुनाव हार गए। इसलिए, वह नए मंत्रिमंडल में जगह नहीं बना पाए। इनके साथ कई पूर्व मंत्री ऐसे भी हैं, जिन्हें चुनाव में भाजपा ने उम्मीदवार नहीं बनाया था। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि जिन पूर्व मंत्रियों को किसी कारण इस बार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है, उन्हें संगठन में जिम्मेदारी मिल सकती है।जीते लेकिन नहीं मिला मंत्री पद- अनुराग ठाकुर- अजय भट्ट - नारायण राणे - भगवत कराड़ (राज्यसभा सदस्य)इनका टिकट काटा- मीनाक्षी लेखी- राजकुमार रंजन सिंह- जनरल वीके सिंह- जॉन बारला- अश्विनी चौबेचुनाव में हारने के कारण नहीं मिला मंत्रिमंडल- अर्जुन मुंडा- स्मृति ईरानी - साध्वी निरंजन ज्योति - आरके सिंह - राजीव चंद्रशेखर - निशीथ प्रमाणिक - अजय मिश्रा टेनी - सुभाष सरकार - भारती पंवार - रावसाहेब दानवे- कपिल पाटिल