बरेली में अवैध निर्माण के खिलाफ बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने एक बार फिर कड़ा रुख अपनाते हुए मंगलवार को इज्जतनगर थाना क्षेत्र के फरीदापुर चौधरी गांव में स्थित एक बरातघर पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। यह बरातघर मौलाना तौकीर रजा के करीबी माने जाने वाले प्रॉपर्टी डीलर वाहिद बेग का है। बीडीए अधिकारियों के अनुसार, बरातघर का निर्माण बिना स्वीकृत मानचित्र के किया गया था, जिस कारण इसे नियमों के तहत गिराया गया।
मंगलवार सुबह करीब 11:30 बजे बीडीए की टीम पोकलेन मशीन और दो बुलडोजरों के साथ मौके पर पहुंची और बरातघर को जमींदोज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी। कार्रवाई के दौरान कुछ स्थानीय महिलाओं ने विरोध जताने की कोशिश की, लेकिन मौके पर तैनात पुलिस बल की सक्रियता के चलते कोई बड़ा प्रदर्शन नहीं हो सका। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित रखते हुए बिना किसी अवरोध के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पूरी की।
बीडीए के अनुसार, यह बरातघर सिकलापुर रोड स्थित ग्राम फरीदापुर चौधरी में लगभग 400 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बनाया गया था। निर्माण के समय न तो नक्शा पास कराया गया और न ही भवन निर्माण से जुड़े जरूरी नियमों का पालन किया गया। प्राधिकरण ने इसे गंभीर उल्लंघन मानते हुए एक महीने पहले बरातघर को सील कर दिया था।
बीडीए के संयुक्त सचिव दीपक कुमार ने बताया कि वाहिद बेग को छह अक्टूबर को नोटिस जारी कर सुनवाई का अवसर दिया गया था। इसके तहत 18 अक्टूबर की तारीख तय की गई, लेकिन संबंधित प्रॉपर्टी डीलर उस दिन पेश नहीं हुआ। बाद में 11 नवंबर को उनके भाई आविद बेग प्राधिकरण के समक्ष उपस्थित हुए और सील खोलने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। साथ ही शासन स्तर पर दायर पुनरीक्षण वाद से जुड़े विशेष सचिव के आदेश की प्रति भी प्रस्तुत की गई थी।
संयुक्त सचिव के अनुसार, विशेष सचिव ने अपने आदेश में यह निर्देश दिया था कि पुनरीक्षणकर्ता को सुनवाई का पूरा अवसर दिया जाए और उत्तर प्रदेश विकास प्राधिकरणों के लिए लागू मॉडल भवन निर्माण एवं विकास उपविधि तथा मॉडल जोनिंग रेगुलेशन्स 2025 के तहत मामले का निस्तारण किया जाए। सभी प्रक्रियाओं और सुनवाई के बाद यह स्पष्ट हुआ कि निर्माण नियमों के अनुरूप नहीं है, जिसके चलते ध्वस्तीकरण की कार्रवाई का निर्णय लिया गया।
कार्रवाई के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने मजिस्ट्रेट के रूप में रामजन्म यादव को तैनात किया था। इसके अलावा एटीएम सिटी सौरभ दुबे, एसपी सिटी मानुष पारीक सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा। बीडीए की टीम ने पूरी कार्रवाई को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया।
एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पूरी तरह से बीडीए के नियमों के तहत की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 26 सितंबर को शहर में हुए बवाल की जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया था कि फरीदापुर चौधरी क्षेत्र में एक बैठक हुई थी, जिसमें कथित तौर पर साजिश रची गई थी। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि बरातघर को गिराने की कार्रवाई का सीधा संबंध अवैध निर्माण से है और इसे कानून के अनुसार अंजाम दिया गया।