उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सबको चौंका दिया है। शादी का सपना संजोने वाले कई युवाओं के अरमान तब चकनाचूर हो गए, जब पता चला कि जिन महिलाओं से उन्होंने विवाह किया, वे असल में शातिर अपराधी थीं। हरदोई पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो शादी के नाम पर लूटपाट की वारदातों को अंजाम देता था। इस गैंग की तीन महिलाओं—पूजा उर्फ सोनम, आशा उर्फ गुड्डी और सुनीता—को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पूछताछ में सामने आया कि ये महिलाएं अब तक करीब 13 बार शादी कर चुकी थीं। इनका तरीका बेहद सुनियोजित था—यह गैंग ऐसे युवाओं को निशाना बनाता था जिनकी उम्र निकलती जा रही थी और अब तक शादी नहीं हो पाई थी। पहले उनसे रिश्ता तय करवाया जाता, फिर शादी की औपचारिकता पूरी कर उन्हें भरोसे में लिया जाता। जैसे ही नई दुल्हन घर पहुंचती, शादी की पहली रात को ही परिजनों को नशीला पदार्थ खिला देती और जेवरात व नगदी समेट कर फरार हो जाती।
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब नवाबगंज कस्बा निवासी नीरज गुप्ता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि प्रमोद नाम के व्यक्ति ने अपनी पोती पूजा से विवाह कराने के बहाने उन्हें रजिस्ट्रार कार्यालय ले जाकर शादी करवाई। नीरज को वहीं छोड़कर पूजा और प्रमोद आभूषण व नगदी लेकर फरार हो गए। पुलिस ने छानबीन करते हुए तीनों महिलाओं को 2 जोड़ी पायल, कान के कुंडल, नथ और नगद 2750 रुपए के साथ गिरफ्तार कर लिया।
जांच में सामने आया कि प्रमोद फरार है और वह युवकों की तलाश कर उन्हें शादी के लिए तैयार करता था। जबकि बाकी महिलाएं रिश्तेदार बनकर विश्वास पैदा करती थीं। एक और मामला राकेश कुमार नामक युवक का सामने आया, जो पूजा के साथ लिव-इन में रह रहा था। पूजा ने रात को नशीली चाय पिलाकर अपने साथियों संग घर से आभूषण और पैसे चोरी कर लिए।
अब तक की जांच में यह गैंग उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ठगी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। पुलिस इनकी पूरी गतिविधियों की गहराई से जांच कर रही है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है।