-->

"Beyond the Badge" पॉडकास्ट में रवीना टंडन ने महिला पुलिस को बताया ‘शेरनी’: IPS ने इंटरव्यू लिया तो बोलीं – मैं भी आईपीएस बनना चाहती थी; कहा, महाकुंभ में फील गुड कराया

लखनऊ। यूपी DGP प्रशांत कुमार के निर्देशन में "Beyond the Badge" नामक एक अभिनव पॉडकास्ट सीरीज की शुरुआत की गई है। इस पहल के तहत छठे एपिसोड में बॉलीवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन ने महाकुंभ और काशी विश्वनाथ दर्शन को लेकर अनुभव शेयर किया। इस एपिसोड में उन्होंने यूपी पुलिस, प्रशासन और महिला सुरक्षा व्यवस्था की भूरि-भूरि प्रशंसा की। इस एपिसोड में उनका इंटरव्यू वाराणसी कमिश्नरेट में एडीसीपी रैंक पर कार्यरत आईपीएस श्रुति श्रीवास्तव ने लिया।


रवीना टंडन ने पॉडकास्ट में कहा कि महाकुंभ और काशी में आने वाले श्रद्धालुओं की भावनाओं और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार, पुलिस प्रशासन और अधिकारियों की कड़ी मेहनत की प्रशंसा करते हुए कहा, "इतनी बड़ी संख्या में लोगों को संभालने, उनकी भावनाओं को समझने और सुविधाएं देने के लिए मैं उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन को धन्यवाद देती हूं।" उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकार की सुनियोजित व्यवस्था किसी भी बड़े आयोजन के लिए मिसाल है।


महाकुंभ में महिला सुरक्षा की स्थिति पर चर्चा करते हुए रवीना टंडन ने कहा कि पूरे परिवार के साथ आई महिलाएं और बच्चियां खुद को पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर रही थीं। उन्होंने विशेष रूप से महिला पुलिसकर्मियों की तत्परता और उनकी भूमिका की सराहना की।

 


उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उनके साथ आए न्यूयार्क के एक मित्र का मोबाइल भीड़ में खो गया था। जिसकी सूचना महिला पुलिसकर्मियों को मिलने पर उन्होंने उसे महज 30 सेकंड में ढूंढ निकाला। जिसके बाद रवीना टंडन में महिला पुलिसकर्मियों को ‘शेरनी’ की उपाधि दी।


आईपीएस अधिकारी बनने का था सपना


अपने फिल्मी करियर को लेकर रवीना टंडन ने बताया कि उनकी शुरुआत में फिल्मों में कोई रुचि नहीं थी, बल्कि वह एक आईपीएस अधिकारी बनना चाहती थीं। उन्होंने बताया कि वह किरण बेदी जी की बहुत बड़ी फैन थीं। उनकी प्रेरणादायक कहानी सुनकर वह उनसे इतना ज्यादा प्रभावित हुईं कि उन्होंने आईपीएस बनने का ठान लिया। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में आना था, सो आ गईं। उन्होंने कहा कि कई फिल्मों में वह पुलिस की भूमिका निभाकर अपने आप को मना लेती हैं।


महाकुंभ से काशी तक की यात्रा में हुआ ‘फील गुड’


रवीना टंडन ने महाकुंभ से काशी तक की यात्रा और यातायात व्यवस्था को फील गुड बताया। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के बावजूद प्रशासन की बेहतर योजना और प्रबंधन के कारण कहीं भी अव्यवस्था देखने को नहीं मिली।


उन्होंने कहा, "जिस तरह से उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल किया है, वह एक अत्यधिक समझदार और प्रभावी योजना का परिणाम है।" इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश की महिला पुलिस अधिकारियों को देखना उनके लिए गर्व का क्षण था।

 


आसान नहीं होता फिल्मों में पुलिस का रोल निभाना


रवीना टंडन ने बताया कि जब भी उन्हें किसी फिल्म में पुलिस अधिकारी का किरदार निभाना होता है, तो वे पहले उसका गहन अध्ययन करती हैं और ट्रेनिंग लेती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि फिल्म इंडस्ट्री में पुलिस की छवि कैसी है और इसे और बेहतर बनाने की आवश्यकता क्यों है।


कुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री का किया धन्यवाद


अंत में, रवीना टंडन ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्र सरकार को महाकुंभ और काशी विश्वनाथ में उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने दर्शकों को वाराणसी आने और काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए आमंत्रित किया ताकि वे भी इस पवित्र स्थान की दिव्यता और प्रशासन की कुशल व्यवस्था का अनुभव कर सकें।


उन्होंने कहा, "काशी सिर्फ एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र भी है। यहां आकर जो शांति और दिव्यता महसूस होती है, वह अद्भुत है। मैं सभी श्रद्धालुओं से अपील करूंगी कि वे एक बार काशी विश्वनाथ जरूर आएं और यहां की पवित्रता का अनुभव करें।"

इसे भी पढ़ें

Latest News