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झांसी: महारानी लक्ष्मीबाई अस्पताल के SNCU में लगी आग, 10 नवजात जिंदा जले, 8 की अब तक कोई जानकारी नहीं, 39 बच्चों को खिड़की तोड़कर निकाला गया बाहर
झांसी। महारानी लक्ष्मीबाई सरकारी मेडिकल कॉलेज के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में शुक्रवार रात भीषण आग लग गई, जिसमें 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई। इस हादसे में 39 बच्चों को खिड़की तोड़कर सुरक्षित बाहर निकाला गया, जबकि 8 बच्चों की अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
आग लगने का कारण ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग बताया जा रहा है, जिससे एक बड़ा धमाका हुआ और पूरी यूनिट में आग फैल गई। वार्ड बॉय ने अग्निशमन यंत्र का इस्तेमाल किया, लेकिन वह 4 साल पहले एक्सपायर हो चुका था, जिससे आग बुझाने में कोई मदद नहीं मिली। सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, जिन्होंने खिड़की तोड़कर पानी की बौछारें मारीं और आग पर काबू पाया। करीब 2 घंटे में स्थिति नियंत्रित हुई।
हादसे के बाद सामने आए वीडियो में अस्पताल में चीख-पुकार मची हुई थी, जबकि दूसरी ओर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के पहुंचने से पहले सड़क पर सफाई करते हुए चूना डाला जा रहा था। इस वीडियो के सामने आने के बाद डिप्टी सीएम ने बयान जारी करते हुए कहा कि उन्होंने डीएम से उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है, जिन्होंने चूना डाला था।
हादसे से जुड़ी घटनाओं की जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई और 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का आदेश दिया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक सुबह 5 बजे झांसी पहुंचे और कहा कि इस हादसे की तीन जांच की जाएंगी— स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और मजिस्ट्रेट द्वारा। यदि कोई चूक पाई जाती है, तो जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
थाना नवाबाद क्षेत्रान्तर्गत मेडिकल कॉलेज के NICU वार्ड में आग लगने की सूचना पर पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुँचकर फायर ब्रिगेड की मदद से आग को बुझा दिया गया है।प्रथम दृष्टया आग में 10 बच्चों की मृत्यु होने की सूचना है।अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।इस संबंध में डीएम झाँसी की बाइट pic.twitter.com/sFHZCPJaNO
— Jhansi Police (@jhansipolice) November 15, 2024
इस हादसे को लेकर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठने लगे हैं। बच्चों को बचाने वाले एक युवक ने आरोप लगाया कि अस्पताल के डॉक्टर भागने लगे थे, जबकि उन्होंने खुद कई बच्चों को बचाया। युवक का कहना है कि अब अस्पताल प्रशासन से उसे धमकी मिल रही है, क्योंकि उसने मीडिया में बयान दिया है।