मुंबई। लीलावती अस्पताल में पूर्व ट्रस्टियों द्वारा ₹1500 करोड़ के गबन और अस्पताल परिसर में काला जादू किए जाने के सनसनीखेज आरोप सामने आए हैं। अस्पताल का संचालन लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट द्वारा किया जाता है, जिसके मौजूदा ट्रस्टी प्रशांत मेहता ने इस मामले का खुलासा किया है।
ऑडिट रिपोर्ट में हुआ घोटाले का खुलासा
प्रशांत मेहता के अनुसार, अस्पताल के वित्तीय रिकॉर्ड की फॉरेंसिक जांच के दौरान यह गड़बड़ियां सामने आईं। उन्होंने चेतन दलाल इन्वेस्टिगेशन एंड मैनेजमेंट सर्विसेज और एडीबी एंड एसोसिएट्स को ऑडिट के लिए नियुक्त किया था। इन जांच एजेंसियों ने कई रिपोर्ट तैयार कीं, जिनमें पता चला कि पूर्व ट्रस्टियों ने ₹1500 करोड़ से अधिक की हेराफेरी की।
प्रशांत का कहना है कि यह धनराशि अस्पताल से गबन की गई, और इसमें शामिल अधिकतर पूर्व ट्रस्टी दुबई और बेल्जियम जैसे देशों में रह रहे एनआरआई हैं।
कैसे हुआ ट्रस्ट का विवाद?
लीलावती ट्रस्ट के संस्थापक किशोरी मेहता ने 2002 में विदेश में इलाज के दौरान अस्पताल का प्रबंधन अपने भाई विजय मेहता को सौंप दिया था। आरोप है कि विजय मेहता ने इस दौरान दस्तावेजों में हेरफेर कर अपने बेटे और भतीजों को ट्रस्टी बना दिया, जबकि किशोरी मेहता को ट्रस्ट से बाहर कर दिया गया।
2016 में किशोरी मेहता दोबारा ट्रस्टी बने और 8 साल तक ट्रस्ट का संचालन किया। उनकी 2024 में मृत्यु के बाद, उनके बेटे प्रशांत मेहता को स्थायी ट्रस्टी नियुक्त किया गया, जिन्होंने ट्रस्ट की वित्तीय स्थिति की जांच शुरू की।
काला जादू का चौंकाने वाला मामला
अस्पताल परिसर में काला जादू किए जाने का मामला दिसंबर 2024 में सामने आया। प्रशांत मेहता के अनुसार, कुछ पूर्व कर्मचारियों ने इस बारे में उन्हें जानकारी दी। इसके बाद जब अस्पताल में खुदाई की गई तो फर्श के नीचे 8 कलश मिले, जिनमें इंसानों की हड्डियां, खोपड़ी, बाल और चावल पाए गए। प्रशांत का दावा है कि यह सब पूर्व ट्रस्टियों के कार्यकाल में किया गया था।
FIR दर्ज, जांच जारी
इस पूरे मामले में बांद्रा मजिस्ट्रेट कोर्ट के आदेश पर पूर्व ट्रस्टियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। ट्रस्ट ने कानून के तहत गबन और अंधविश्वास से जुड़े इस मामले की गहराई से जांच की मांग की है। अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन जांच में जुट गया है। यह मामला आर्थिक घोटाले और तंत्र-मंत्र के रहस्यमय दावों के कारण पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है।