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नालंदा केवल एक विश्वविद्यालय नहीं, यह एक सम्मान है, एक पहचान है, एक मूल्य है, मंत्र है, भारत के विकास की गौरव गाथा है
पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को नालंदा यूनिवर्सिटी का जीर्णोधार किया। जो नालंदा स्वयं में कई इतिहास के पन्नों को समेटे हैं, अभी उसे पढ़ा जायेगा। जो नालन्दा भारत की पहचान का प्रतीक था, अब वह पूरे विश्व में अपनी एक नई पहचान गढ़ेगा।
नालंदा केवल एक विश्वविद्यालय नहीं, यह केवल एक शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि यह उस कट्टरपंथी विचारधारा का प्रतीक है, जिसने इसे सैकड़ों साल पहले आग लगाई थी। यह एक सम्मान है, एक पहचान है, एक मूल्य है, मंत्र है, भारत के विकास की गौरव गाथा है।
विडम्बना यह है कि नालन्दा के निर्माण अभी तक में सबसे ज्यादा भूमिका बौद्ध राजाओं की ही रही है। इसका विध्वंस किया बख्तियार खिलजी ने। इसके बाद इसकी खिल्ली उड़ाने में सबसे ज्यादा भूमिका रही उस कट्टरपंथी विचारधारा के समर्थकों की, जिसने शिक्षा के इस मन्दिर में आग लगाई। इस ऐतिहासिक स्थल पर बिहार की सत्ता की कभी नजर ही नहीं गयी। अब NDA सरकार में इसका कायाकल्प हुआ है।
करीब 800 वर्ष बाद नालंदा एक बार फिर शिक्षा का केंद्र बनकर इतिहास बनाने के लिए तैयार है।नालंदा विश्वविद्यालय हजारों साल तक शिक्षा का केंद्र रहा है। नालंदा यूनिवर्सिटी यूनिस्कों में शामिल है। नालंदा विश्वविद्यालय को भारत लूटने आए आक्रांताओं ने तबाह कर दिया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इसका उद्घाटन करते हुए कहा कि नालंदा इस सत्य का उद्घोष है कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं। हम सभी जानते हैं कि नालंदा कभी भारत की परंपरा और पहचान का जीवंत केंद्र हुआ करता था। शिक्षा को लेकर यही भारत की सोच रही है। शिक्षा ही हमें गढ़ती है, विचार देती है और उसे आकार देती है।
प्राचीन नालंदा में बच्चों का प्रवेश उनकी पहचान, उनकी राष्ट्रीयता को देख कर नहीं होता था। हर देश हर वर्ग के युवा यहां पर अध्ययन करने के लिए आते थे। नालंदा विश्वविद्यालय के इस नए परिसर में हमें उसी प्राचीन व्यवस्था को फिर से आधुनिक रूप में मजबूती देनी है और मुझे ये देख कर खुशी है कि दुनिया के कई देशों से आज यहां कई विद्यार्थी आने लगे हैं। दुनिया के कई देशों से यहां छात्र आने लगे हैं। नालंदा में 20 से ज्यादा देशों के छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। ये वसुधैव कुटुंबकम की भावना का कितना सुंदर प्रतीक है।