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किसान सम्मान निधि के तहत पीएम ने सवा 9 करोड़ किसानों को जारी किए 20 हजार करोड़, कहा - विकसित भारत के चार स्तंभ : किसान, गरीब, नारी शक्ति और नौजवान
वाराणसी। लोकसभा चुनाव में तीसरी बार जीत के बाद मंगलवार को काशी पहुंचे। यहां उन्होंने एक ओर जहां जीत के लिए काशीवासियों का आभार जताया, वहीं अपने संसदीय क्षेत्र से देश के सवा 9 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि के 20 हजार करोड़ रुपए ट्रान्सफर किए।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरा तो सपना है कि दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर भारत का कोई न कोई खाद्यान्न या फूड प्रोडक्ट होना ही चाहिए। इसलिए हमें खेती में भी जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट वाले मंत्र को बढ़ावा देना है। कहा कि 21वीं सदी के भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने में पूरी कृषि व्यवस्था की बड़ी भूमिका है। पीएम मोदी ने कहा कि हमें वैश्विक रूप से सोचना होगा और ग्लोबल मार्केट को भी ध्यान में रखना होगा। हमें दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भर बनना है और कृषि निर्यात में अग्रणी होना है। पीएम मोदी ने कहा कि बनारस का लंगड़ा आम, जौनपुर की मूली, गाजीपुर की भिंडी, ऐसे अनेक उत्पाद आज विदेशी मार्केट में पहुंच रहे हैं।
‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट’ और जिला स्तर पर एक्सपोर्ट हब बनने से एक्सपोर्ट बढ़ रहा है और उत्पादन भी एक्सपोर्ट क्वॉलिटी का होने लगा है। अब हमें पैकेज्ड फूड के ग्लोबल मार्केट में देश को नई ऊंचाई पर ले जाना है। पीएम मोदी ने कहा कि मोटे अनाज श्रीअन्न का उत्पादन अधिक से अधिक हो। औषधीय गुण वाली फसल हो या फिर प्राकृतिक खेती, हर तरफ हमें बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि पीएम किसान समृद्धि केंद्रों के माध्यम से किसानों के लिए एक बड़ा सपोर्ट सिस्टम विकसित किया जा रहा है।
नौजवान, नारी शक्ति और किसान से भारत बनेगा सशक्त: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हमने किसान, नौजवान, नारी शक्ति और गरीब, इन्हें विकसित भारत का मजबूत स्तंभ माना है। यही वजह है कि तीसरी बार सरकार बनते और पीएम पद का शपथ लेते ही मैंने इन्हीं के सशक्तिकरण से की है। सरकार बनते ही सबसे पहला फैसला किसान और गरीब परिवारों से जुड़ा लिया गया है। देश भर में तीन करोड़ नये घर बनाने का फैसला लिया। पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त को जारी करने के लिए काम किया। यह फैसले करोड़ों लोगों की मदद करेंगे। आज का यह कार्यक्रम भी विकसित भारत के इसी रास्ते को सशक्त करने वाला है।
पीएम मोदी ने कहा कि नारी शक्ति के उत्थान की दिशा के तहत तीन करोड़ बहनों को कृषि सखी के रूप में लखपति दीदी बनाने के लिए कदम उठाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि काशी के साथ-साथ काशी से ही देश के गांव से जुड़े करोड़ों किसान हमारे साथ आज वर्चुअली जुड़े हुए हैं और यह सारे हमारे किसान माताएं, भाई-बहन की इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे हैं। उन्होने अपनी काशी से हिंदुस्तान के कोने-कोने में गांव-गांव में आज टेक्नोलॉजी से जुड़े हुए सभी किसान भाई-बहनों का अभिवादन किया।
30 हजार कृषि सखियों को बांटे प्रमाण पत्र
जनसभा को संबोधित करने के पूर्व पीएम मोदी ने किसान सम्मान सम्मेलन में पीएम किसान सम्मानि निधि के तहत नौ करोड़ 26 लाख लाभार्थी किसानों को 20 हजार करोड़ रुपये की 17वीं किस्त बटन के एक क्लिक से वितरित किया। जैसे ही पीएम मोदी ने डिजिटल बटन को क्लिक किया, किसानों के बैंक खातों में खटाखट-खटाखट, दनादन-दनादन उनकी सम्मान राशि पहुंच गई। जिससे कार्यक्रम में शामिल किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे। सममेलन में पीएम मोदी ने कृषि सखियों के रूप में 30,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों को प्रमाण-पत्र प्रदान किया। मंच से उन्होंने प्रशिक्षण हासिल कर चुकी पांच कृषि सखियों को प्रमाण-पत्र भी दिया।
सीएम व कृषि मंत्री ने किया स्वागत
इसके पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंगवस्त्रम् व स्मृति चिह्न प्रदान कर पीएम मोदी का स्वागत किया। साथ की कुछ चुनिंदा किसानों ने भी पीएम मोदी का स्वागत किया। मंच पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, जयवीर सिंह, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. दयाशंकर मिश्र उर्फ दयालु, विधायक डॉ. अवधेश सिंह, टी. राम व सुनील पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष व एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य आदि थीं।