Sudhakar Singh: कहते हैं ना कि राजनीति में अच्छे अच्छों के बीच दुश्मनी हो जाती है। ऐसा ही कुछ हुआ उत्तर प्रदेश के घोसी विधानसभा के उपचुनाव में। यहां वर्षों से दोस्त रहे दारा सिंह चौहान और सुधाकर सिंह चुनावी रण में एक दूसरे के प्रतिद्वंदी के रूप में खड़े हुए। इसके बाद सुधाकर सिंह ने दारा सिंह चौहान को चुनाव में करारी शिकस्त दी।सुधाकर वर्षों पुराने अपने ही मित्र रहे दारा सिंह चौहान को हराकर घोसी विधानसभा के सिकंदर बने। आइए जानते हैं, कौन है सुधाकर सिंह, जो तीसरी बार घोसी विधानसभा के विधायक बने हैं।Sudhakar Singh तीसरे बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर बने विधायकसुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) दो बार समाजवादी पार्टी से विधायक रहे हैं। उन्होंने 1996 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर मऊ से चुनाव जीता। दूसरी बार वे 2012 में समाजवादी पार्टी से फिर से विधायक बने। 2002 के विधानसभा चुनाव में सुधाकर सिंह को हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2007 में हुए चुनाव में सुधाकर सिंह को टिकट नहीं मिला। इसके बाद 2017 में फिर से सुधाकर सिंह को हार का मुंह देखना पड़ा था। सुधाकर के सामने उस समय बीजेपी के कद्दावर नेता फागू चौहान, जो कि इस समय वर्तमान में बिहार के राज्यपाल हैं, खड़े थे।जुलाई 2019 में फागू चौहान को जब बिहार का राज्यपाल बनाया गया, तो घोसी विधानसभा सीट खाली हो गई। उसके बाद यहां पर उपचुनाव हुए। इस उप चुनाव में सुधाकर सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े। लेकिन बीजेपी के विजय राजभर से हार गए।