वाराणसी जेल में कैदी की मौत... भाई ने दरोगा को मारा थप्पड़, परिजन बोले - 'यह एक साजिश'; दहेज़ हत्या केस में 5 साल से बंद था मुकुल - Varanasi Crime

https://admin.thefrontfaceindia.in/uploads/1156237745_WhatsApp_Image_2024-11-16_at_17.47.32.jpeg

वाराणसी के चौकाघाट स्थित जिला जेल में शनिवार सुबह 34 वर्षीय कैदी मुकुल जायसवाल की संदिग्ध मौत ने जेल प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जेल प्रशासन ने दावा किया कि मुकुल फूल तोड़ते वक्त अचानक बेहोश हो गया था और अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने इस दावे को खारिज करते हुए पुलिस और जेल प्रशासन पर साजिश का आरोप लगाया है।  

 


जेल प्रशासन के अनुसार, मुकुल की मौत सुबह करीब 10 बजे हुई। उसका शव जिला अस्पताल दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) में लाकर एक कमरे में बंद कर दिया गया। सूचना मिलने पर जब परिजन वहां पहुंचे, तो पुलिस मौके पर मौजूद नहीं थी। तीन घंटे तक शव को देखने के लिए इंतजार करने के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा।  

 


परिजनों का आरोप 


मृतक के भाई अतुल जायसवाल ने जेल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही और पुलिस द्वारा प्रताड़ना का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुकुल पूरी तरह स्वस्थ था और उन्होंने पहले भी जेल में उसके साथ हो रहे दुर्व्यवहार की शिकायत की थी। इसी बीच डीडीयू अस्पताल में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में देरी से परिजन नाराज हो गए। मृतक के भाई अतुल जायसवाल और पहड़िया चौकी इंचार्ज से झड़प हो गई। अतुल ने दरोगा को आक्रोशित रूप से थप्पड़ मार दिया और उन्हें घेर लिया। जिसके बाद वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने समझाबुझाकर मामले को शांत कराया। परिजनों का आरोप है कि थप्पड़ मारने की शुरुआत पहले दरोगा ने की थी। 

 


दहेज हत्या में 5 साल से बंद था मुकुल


जानकारी के मुताबिक, मुकुल 2019 से जेल में बंद था। उसकी पत्नी वंदना ने शादी के एक साल बाद आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद मुकुल, उसके माता-पिता और भाई पर दहेज हत्या का मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, उसके माता-पिता और भाई को जमानत मिल गई थी, लेकिन मुकुल की जमानत याचिका लंबित थी।  


परिजनों ने मुकुल की मौत को बताया साजिश


परिजनों ने मुकुल की मौत को साजिश बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने सवाल उठाया कि एक स्वस्थ व्यक्ति को अचानक हार्ट अटैक कैसे आ सकता है। एसीपी कैंट विदुष सक्सेना ने घटना की निष्पक्ष जांच का आश्वासन देते हुए कहा कि जेल और अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी। मौत के सही कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चलेगा।  

इसे भी पढ़ें

Latest News