दिल्ली के रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इस बीच, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह के समय में बदलाव किया गया है। पहले यह कार्यक्रम शाम 4:30 बजे निर्धारित था, लेकिन अब यह 20 फरवरी को सुबह 11 बजे होगा।
बीजेपी विधायक दल की बैठक 19 फरवरी को
मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा से पहले 19 फरवरी को शाम 3:30 बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री का चयन किया जाएगा। गौरतलब है कि 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए थे, लेकिन दस दिन बीत जाने के बाद भी बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नाम की घोषणा नहीं की है। विपक्षी दलों ने इस देरी को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है।
आम आदमी पार्टी ने कसा तंज
आप (AAP) ने मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा में हो रही देरी पर बीजेपी पर कटाक्ष किया है। आप के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि बारात और मंडप तैयार हैं, लेकिन दूल्हा कौन होगा, यह अब तक तय नहीं हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी हर मुद्दे पर राजनीति कर रही है, लेकिन अपने विधायक दल की बैठक तक नहीं कर पाई। यह स्थिति दिखाती है कि पार्टी के भीतर गहरी खींचतान जारी है।
मुख्यमंत्री पद के दावेदार कौन?
दिल्ली में 26 साल बाद बीजेपी को सत्ता मिली है। पार्टी ने 70 में से 48 सीटें जीतीं, जबकि आम आदमी पार्टी 22 सीटों तक सिमट गई। मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों की चर्चा है। नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा इस दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं।
इसके अलावा, दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, सतीश उपाध्याय, पवन शर्मा, आशीष सूद, रेखा गुप्ता और शिखा राय भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल हैं। वहीं, बवाना सीट से विधायक रवींद्र इंद्राज सिंह और मादीपुर सीट से पहली बार बीजेपी के लिए जीत दर्ज करने वाले कैलाश गंगवाल का नाम भी चर्चा में है।
रामलीला मैदान में तैयारियों का जायजा लेने के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े और तरुण चुग वहां पहुंचे। अब सबकी नजरें 19 फरवरी की बैठक पर टिकी हैं, जिसमें यह तय होगा कि दिल्ली की कमान किसके हाथ में होगी।