प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर काशी पहुंचे, जहां उन्होंने विकास और सुरक्षा दोनों मोर्चों पर देश को नए संकल्पों से अवगत कराया।
वाराणसी में आयोजित भव्य जनसभा के मंच से पीएम मोदी ने 2,200 करोड़ रुपए की लागत से तैयार 52 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इसके साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त के रूप में देशभर के किसानों के खातों में 20,500 करोड़ रुपये की राशि डिजिटल माध्यम से ट्रांसफर की।
सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "मैंने बेटियों के सिंदूर का जो वचन लिया था, वह अब पूर्ण हुआ है। यह महादेव की कृपा है कि ऑपरेशन सिंदूर को सफलता मिली। मैं इस विजय को बाबा विश्वनाथ के चरणों में अर्पित करता हूं।" प्रधानमंत्री ने अपने संक्षिप्त लेकिन सशक्त भाषण में आतंकवाद पर सख्त संदेश दिया और कहा, "भारत पर जो आंख उठाकर देखेगा, वो चाहे पाताल में छिप जाए, बच नहीं पाएगा।"
उन्होंने स्पष्ट किया कि नया भारत जवाब देना जानता है, और पहलगाम में हाल में हुए आतंकी हमले के बाद जो कार्रवाई हुई, वह इसी नए आत्मविश्वास का परिणाम है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारें किसानों के नाम पर केवल घोषणाएं करती थीं, लेकिन उनका क्रियान्वयन शून्य रहता था। उन्होंने सपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, "इन दलों ने किसानों को केवल धोखा दिया। अफवाहें फैलाने का काम किया। लेकिन भाजपा सरकार जो कहती है, उसे पूरा करके दिखाती है।"
पीएम मोदी ने सावन माह में बाबा विश्वनाथ के दर्शन की अपनी इच्छा जताई, लेकिन भीड़ के कारण भक्तों को असुविधा न हो, इसलिए उन्होंने मंच से ही भगवान को नमन किया। उन्होंने कहा, "काशी आकर दर्शन न कर पाना मेरे लिए व्यक्तिगत पीड़ा का विषय है, परंतु भक्तों को कष्ट न हो, इसलिए मैं यहीं से बाबा विश्वनाथ को प्रणाम करता हूं।"
इससे पहले जनसभा स्थल बनौली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया और कहा, "ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के साथ ही आज प्रधानमंत्री का यह पावन नगरी काशी में आगमन हुआ है। आतंकवादियों को मिटाने का संकल्प नया भारत दृढ़ता से निभा रहा है।"