जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में बारिश का कहर, वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन, यात्रा स्थगित, 5 की मौत, 14 घायल, डोडा में बादल फटने से तबाही

https://admin.thefrontfaceindia.in/uploads/853675159_jammu-kashmir-rain-vaishno-devi-landslide-5-dead-14-injured.jpg

जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में लगातार तीन दिनों से हो रही भारी बारिश ने हालात बेहद गंभीर कर दिए हैं। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। कहीं भूस्खलन हो रहा है तो कहीं बादल फटने से अचानक बाढ़ आ रही है।


कटरा में अर्धकुमारी के पास मंगलवार को बड़ा भूस्खलन हुआ। इस दौरान गिरते पत्थरों और मलबे की चपेट में आने से 5 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 14 लोग घायल हो गए। घायलों को तुरंत कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, कटरा में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद वैष्णो देवी यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई है।


भूस्खलन इतना भीषण था कि रास्ते में लगे टिन शेड गिर गए और रैलिंग भी टूट गई। पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर गिरने के कारण कई लोग मलबे में दब गए। फिलहाल प्रशासन और रेस्क्यू टीमें राहत कार्य में जुटी हुई हैं।

 


जम्मू में सड़क धंसी, गाड़ियां नदी में गिरीं


इधर, जम्मू की तवी नदी पर बने पुल के पास सड़क अचानक धंस गई। इससे कई वाहन नीचे गिर गए। पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य कर रहा है। हालांकि अब तक नुकसान का सही आकलन नहीं हो पाया है।


डोडा में बादल फटा, घर बह गए


डोडा जिले में मंगलवार को कई जगहों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आईं। अचानक आई बाढ़ में 10 से 15 घर बह गए। पिछले 24 घंटे में जिले में 4 लोगों की मौत हुई है, हालांकि मौतें किन इलाकों में हुईं इसकी पुष्टि अभी नहीं हो सकी है।


चहरवा नाला में बादल फटने से मलबे का बड़ा प्रवाह आया जिसने गांवों को प्रभावित किया। वहीं, भद्रवाह क्षेत्र में आई बाढ़ ने गुप्त गंगा मंदिर को भी अपनी चपेट में ले लिया।


चिनाब नदी खतरे के निशान से ऊपर


डोडा और आसपास लगातार बारिश से चिनाब नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। कई स्थानों पर लोग घर छोड़कर सुरक्षित जगहों की ओर जा रहे हैं।


परिवहन और संचार व्यवस्था ठप


भारी बारिश से जम्मू-श्रीनगर और बटोटे-किश्तवाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग समेत कई सड़कों पर यातायात बंद है। नेटवर्क बाधित होने से कई क्षेत्रों में मोबाइल इंटरनेट और कॉलिंग सेवाएं ठप पड़ी हैं। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने अगले दो दिनों तक स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं।


रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है। 18 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जबकि 4 ट्रेनों का संचालन जम्मू पहुंचने से पहले ही रोक दिया गया।

 


हिमाचल में तबाही, मनाली का संपर्क टूटा


हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मनाली में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। यहां 20 से ज्यादा घर, दुकानें और रेस्टोरेंट ब्यास नदी और पहाड़ी नालों में समा गए। नदियों के किनारे बने 30 से ज्यादा मकान खतरे में हैं।


सबसे बड़ा नुकसान कुल्लू-मनाली रोड को हुआ है। इसका एक हिस्सा ब्यास नदी में बह गया, जिससे मनाली का कुल्लू जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क पूरी तरह कट गया।


केंद्रीय मंत्री रिजिजू का काफिला बाल-बाल बचा


इस बीच, केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने ट्वीट कर जानकारी दी कि लद्दाख में द्रास पहुंचने से पहले उनके काफिले के ठीक आगे एक वाहन नदी में गिर गया। गनीमत रही कि समय रहते बचाव हो गया और वाहन में सवार दोनों लोग सुरक्षित निकाल लिए गए। 

इसे भी पढ़ें

Latest News