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नरेंद्र मोदी के 10 साल: जिन्हें कांग्रेसी-वामपंथी सरकारों ने किया उपेक्षित, 10 साल में समाज के उस अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे ‘मोदी’
- मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया के जरिए देश में एक नई क्रांति की छेड़ी मुहीम
- बदहाली का जीवन जी रही महिलाओं के पोछे आंसू
- लघु उद्योग को दिया बढ़ावा, महिलाओं को दिए रोजगार
- नरेन्द्र मोदी ने विश्वपटल पर भारत को दिलाई एक अलग पहचान
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिन पहले ही अपने जीवन के 75 वर्ष पूरे कर चुके हैं। आज से ठीक 23 वर्ष पूर्व जब उन्होंने गुजरात की बागडोर संभाली, उस समय शायद किसी ने सोचा नहीं होगा कि आरएसएस का एक साधारण कार्यकर्ता जिसे अभी गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया है, वह विश्वपटल पर भारत का मान बढ़ाएगा। तब किसी ने नहीं सोचा होगा कि वह भारत के 140 करोड़ देशवासियों का एक दशक से ज्यादा समय तक प्रतिनिधित्व करेगा।
तब किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि गरीबी, तुष्टिकरण का दंश झेल रहे भारत को खुशहाली के मार्ग पर ले जाएगा। नरेंद्र मोदी अब तक के अपने कार्यकाल में समाज के हर उस अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने में सफल रहे हैं, जो कि कभी सरकारों के लिए केवल एक आंकड़े हुआ करते थे। नरेंद्र मोदी ने हर उस मां के आंसू पोछे हैं, जिनके चूल्हे जलाते जलाते हाथों में छाले पड़ जाते थे। हर उस वीरांगना के सिर पर हाथ रखा है, जिनके पति बॉर्डर पर शहीद हो जाते थे।
प्रारंभिक जीवन और राजनीति में उदय
नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में हुआ था। उनका प्रारंभिक जीवन संघर्षों और साधारण परिस्थितियों में बीता। बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ने के बाद मोदी के राजनीतिक जीवन की नींव रखी गई। उनकी संगठनात्मक क्षमताओं और नेतृत्व कौशल के चलते उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) में अपनी पहचान बनाई। 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद, मोदी ने विकास की एक नई दिशा प्रस्तुत की, जिसके परिणामस्वरूप 2014 में वह भारत के प्रधानमंत्री के रूप में निर्वाचित हुए।
प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल और उपलब्धियां
नरेंद्र मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला और तब से अब तक उन्होंने अनेक नीतियों और सुधारों के माध्यम से देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मोदी सरकार की उपलब्धियां व्यापक हैं और उनमें आर्थिक सुधार, सामाजिक कल्याण, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, बुनियादी ढांचा विकास, और स्वच्छता से संबंधित प्रमुख कार्यक्रम शामिल हैं। जिन चीजों का पिछली सरकारें मजाक उड़ाती थीं, नरेंद्र मोदी ने उसे संभव कर दिखाया। शौचालय से लेकर पक्के मकान, जन-धन खाते आदि गरीबों को उपलब्ध कराए गए।
1. आर्थिक सुधार और विकास
- मेक इन इंडिया (Make in India)
2014 में मोदी सरकार ने 'मेक इन इंडिया' अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाना है। इस योजना के तहत, विदेशी निवेश को प्रोत्साहित किया गया और भारतीय उद्योगों को प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए नीतिगत सुधार किए गए। इसके परिणामस्वरूप भारत में कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने विनिर्माण इकाइयां स्थापित कीं। इसका नतीजा रहा कि आज भारत में सुई से लेकर जहाज तक भारत में ही बनते हैं।
- जन धन योजना
'प्रधानमंत्री जन धन योजना' (PMJDY) का उद्देश्य भारत के हर नागरिक को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ना था। इस योजना के अंतर्गत गरीब और निम्न आय वर्ग के लोगों के बैंक खाते खोले गए, जिससे वित्तीय समावेश को बढ़ावा मिला। 2023 तक, इस योजना के अंतर्गत करोड़ों खाते खोले जा चुके हैं, जो सरकार की सामाजिक कल्याण योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुंचाने में सहायक हैं। आज हर गरीब से गरीब तबके के लोगों का बैंक में खाता है और सरकारी योजनाओं का सीधा पैसा उनके खाते में आता है।
- वस्तु एवं सेवा कर (GST) का कार्यान्वयन
भारत की कर प्रणाली में सुधार करते हुए मोदी सरकार ने 2017 में GST लागू किया, जो विभिन्न अप्रत्यक्ष करों को समाहित करता है। इस प्रणाली ने व्यापार को सरल और पारदर्शी बनाया, जिससे देश में व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिला। इस व्यवस्था ने व्यापारियों की टैक्स से जुड़ी समस्याओं को दूर कर दिया।
- आत्मनिर्भर भारत अभियान (Self-Reliant India)
कोरोना महामारी के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत स्थानीय उद्योगों और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन दिया गया और स्वदेशी उत्पादन पर जोर दिया गया। इसका नतीजा यह रहा कि हर छोटी से छोटी वस्तु का निर्माण भारत में ही होने लगा। लघु उद्योग को बढ़ावा मिलने लगा। स्वरोजगार के जरिए लाखों घरेलू महिलाओं को इस अभियान में जोड़ा गया।
2. सामाजिक कल्याण योजनाएं
- स्वच्छ भारत अभियान
महात्मा गांधी के स्वच्छता के सपने को साकार करने के लिए नरेंद्र मोदी ने 2014 में "स्वच्छ भारत अभियान" की शुरुआत की। इस अभियान के तहत पूरे देश में स्वच्छता और शौचालय निर्माण पर जोर दिया गया। इसके परिणामस्वरूप ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लाखों शौचालय बनाए गए और खुले में शौच की प्रथा को कम किया गया। आज यह प्रथा समाप्ति की ओर है। जब पूरे देश में विपक्षी नेताओं द्वारा शौचालय का मजाक उड़ाया जा रहा था, तब नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी के इस अभियान को पुनः शुरू कराकर विश्व में भारत का मान बढ़ाया।
- उज्ज्वला योजना
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के अंतर्गत गरीब परिवारों को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन प्रदान किया गया। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराना और धुएं से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को कम करना था। करोड़ों महिलाओं को इस योजना का लाभ मिला है। सदियों से जो महिलाएं धुएं से परेशान होकर दमा का शिकार होती रही, नरेंद्र मोदी ने उन माताओं और बहनों के आंसू पोंछकर उनके दिल में एक अलग जगह बनाई है।
- आयुष्मान भारत योजना
आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है, जिसके तहत गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को 5 लाख रुपये तक का वार्षिक चिकित्सा कवरेज प्रदान किया गया है। इस योजना ने लाखों लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं, जो पहले महंगे इलाज के कारण स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित थे। कभी इलाज महंगा होने के कारण लोग अपना इलाज नहीं करा पाते थे, आज वह आयुष्मान का लाभ उठा रहे हैं।
- सौभाग्य योजना
प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के अंतर्गत हर घर को बिजली कनेक्शन प्रदान किया गया। इस योजना के तहत, ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में जहां बिजली की पहुंच नहीं थी, वहां बिजली पहुंचाई गई, जिससे करोड़ों परिवारों को रोशनी मिली।
3. अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में सुधार
- स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का विस्तार
मोदी सरकार ने विभिन्न देशों के साथ भारत के संबंधों को मज़बूत किया है। अमेरिका, रूस, जापान, और कई यूरोपीय देशों के साथ रणनीतिक और आर्थिक साझेदारियां स्थापित की गईं। मोदी की 'एक्ट ईस्ट' और 'नेबरहुड फर्स्ट' नीतियों ने दक्षिण एशिया और आसियान देशों के साथ भारत के संबंधों को बेहतर बनाया है।
- भारत की अंतर्राष्ट्रीय छवि का उन्नयन
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की अंतर्राष्ट्रीय छवि को सशक्त बनाया है। वे संयुक्त राष्ट्र, जी-20, और अन्य अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत की भूमिका को बढ़ाने में सफल रहे हैं। 'इंटरनेशनल योग दिवस' का विचार प्रस्तुत कर उन्होंने भारतीय संस्कृति को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाई।
- अंतर्राष्ट्रीय निवेश को आकर्षित करना
'वाइब्रेंट गुजरात' और 'मेक इन इंडिया' जैसे अभियानों ने अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों का ध्यान भारत की ओर खींचा है। इसके परिणामस्वरूप भारत में कई बड़ी कंपनियों ने निवेश किया और रोजगार के नए अवसर पैदा किए गए।
4. बुनियादी ढांचे का विकास
- स्मार्ट सिटी मिशन
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में शहरीकरण को नई दिशा देने के लिए 'स्मार्ट सिटी मिशन' की शुरुआत की। इस योजना के तहत 100 शहरों को आधुनिक, स्वच्छ, और पर्यावरण-संवेदनशील बनाने का लक्ष्य रखा गया। इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं, स्मार्ट परिवहन, और ऊर्जा दक्षता पर विशेष ध्यान दिया गया। इसकी शुरुआत नरेन्द्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी से की। जहां स्मार्ट सिटी बनने के साथ ही विकास की एक नई इमारत गढ़ी गई।
- रेलवे में सरकार का अहम योगदान
भारत में उच्च गति की रेल सेवाओं की शुरुआत के लिए जापान के सहयोग से मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना शुरू की गई। यह परियोजना भारत के रेलवे नेटवर्क को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत को बुलेट ट्रेन के जरिए नई गति मिली। विकास की जब भी बात होगी, बुलेट ट्रेन के नाम सबसे पहले आएगा। भारत में इस समय 54 जोड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चल रही हैं।
- भारतमाला परियोजना
भारतमाला परियोजना के तहत, मोदी सरकार ने देशभर में सड़कों और हाईवे के विकास पर जोर दिया। इस योजना का उद्देश्य भारत को एक मजबूत सड़क नेटवर्क से जोड़ना है, जिससे परिवहन सुगम हो सके और आर्थिक विकास को बल मिले। भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में भी आज लोगों को फोर लेन और सिक्स लेन हाईवे का लाभ मिल रहा है।
5. डिजिटल इंडिया और तकनीकी प्रगति
- डिजिटल इंडिया अभियान
प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में 'डिजिटल इंडिया' अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य देश को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना था। इसके तहत ई-गवर्नेंस, इंटरनेट की पहुंच, और डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित किया गया। आधार और यूपीआई जैसी योजनाओं ने डिजिटल ट्रांजेक्शन को आसान और सुरक्षित बनाया। वर्ष 2016 में नोटबंदी के बाद इस अभियान को तेजी से गति मिली और आज भारत में लगभग 100 करोड़ से ज्यादा लोग डिजिटल इंडिया को अपना रहे हैं।
- स्टार्टअप इंडिया
नरेंद्र मोदी ने उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए 'स्टार्टअप इंडिया' योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत नए उद्यमियों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान की जाती है। इससे देश में स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा मिला और युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा हुए।
6. राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा क्षेत्र में सुधार
- सर्जिकल स्ट्राइक और राष्ट्रीय सुरक्षा
मोदी सरकार के कार्यकाल में, उरी हमले के बाद पाकिस्तान पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक ने भारत की सुरक्षा नीतियों में मजबूती का परिचय दिया। इसके बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक ने भी यह स्पष्ट किया कि भारत अपनी सुरक्षा के प्रति कोई समझौता नहीं करेगा। इसके अलावा धारा 370 हटाकर सरकार ने जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों का सफाया किया।
- रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता
मोदी सरकार ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया है। "मेक इन इंडिया" के तहत, स्वदेशी हथियारों और रक्षा उपकरणों के निर्माण पर जोर दिया गया है। इसके साथ ही, कई विदेशी कंपनियों के साथ रक्षा समझौते भी किए गए हैं।
7. कृषि और ग्रामीण विकास
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN)
किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से मोदी सरकार ने 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि' योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत, किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता मिली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल में जिस फाइल पर पहले अपने हस्ताक्षर किये, वह किसान सम्मान निधि के ही थे।
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना
कृषि में सुधार और उत्पादन को बढ़ाने के लिए 'प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना' लागू की गई। इस योजना का उद्देश्य देशभर में सिंचाई सुविधाओं का विस्तार करना और जल प्रबंधन में सुधार लाना है।
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने आर्थिक, सामाजिक, और तकनीकी क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उनकी नीतियों और सुधारों ने देश की प्रगति में नई ऊर्जा प्रदान की है।