मिर्जापुर: सपा नेता ने पुजारी के साथ मिलकर मंदिर से चुराई थी अष्टधातु की मूर्ति, 30 करोड़ कीमत, चार शातिर गिरफ्तार

मिर्जापुर। पड़री थाना क्षेत्र के कठिनई ग्राम स्थित श्रीराम-जानकी मंदिर से चोरी हुई अष्टधातु की मूर्तियों को पुलिस ने बरामद किया है। इन मूर्तियों की चोरी की घटना को लेकर पुलिस ने समाजवादी पार्टी (सपा) के युवजन सभा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व जिला पंचायत सदस्य रायबहादुर पाल समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह चोरी मकर संक्रांति की रात को हुई थी और इसके बाद पुलिस ने मामले का खुलासा किया।


मूर्ति की कीमत करीब 30 करोड़ 50 लाख रुपए


पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से श्रीराम, लक्ष्मण और जानकी की अष्टधातु की मूर्तियाँ बरामद की, जिनकी कीमत करीब 30 करोड़ 50 लाख रुपए बताई जा रही है। साथ ही पुलिस ने चोरी के मामले में इस्तेमाल की गई बोलेरो गाड़ी और एक तमंचा भी बरामद किया है। आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया गया है।

 


पुजारी और सपा नेता ने मिलकर बनाई चोरी की योजना


मंदिर के पुजारी बंशीदास, जिनकी देखरेख में मंदिर की मूर्तियाँ रखी जाती थीं, ने अपने निजी लाभ के लिए यह चोरी की योजना बनाई। पुजारी ने सपा नेता रायबहादुर पाल के साथ मिलकर मंदिर की बेशकीमती अष्टधातु की मूर्तियाँ चुराने का प्लान तैयार किया। बताया जा रहा है कि मंदिर की संपत्ति को लेकर पुजारी और उसके गुरु महराज जयरामदास और सतुआ बाबा के बीच विवाद चल रहा था। पुजारी को यह जानकारी मिली थी कि सतुआ बाबा अपनी गद्दी अपने भतीजे को देने की योजना बना रहे हैं, जिससे उसे गद्दी नहीं मिलेगी। यही वजह थी कि उसने मंदिर की मूर्तियों को चुराकर बेचने का निर्णय लिया और इसके बाद वह एक नया मठ बनाकर अपनी अलग संपत्ति हासिल करना चाहता था।

 


चोरी के बाद छिपा दी थी मूर्ति


पुजारी बंशीदास ने अपने वाहन चालक लवकुश पाल, मुकेश कुमार सोनी और रामबहादुर पाल के साथ मिलकर राम जानकी मंदिर से मूर्तियाँ चोरी कीं। इस चोरी के दौरान मूर्तियों को पहचानने के बाद उन्होंने इनको मंदिर से चुरा लिया और हाईमाई पहाड़ी मंदिर के पीछे छुपा दिया था। बाद में जब वे मूर्तियाँ लेने आए, तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।


14 जनवरी को दर्ज हुआ था चोरी का मुकदमा


मंदिर के पुजारी बंशीदास द्वारा 14 जनवरी को तहरीर दी गई थी कि श्रीराम, लक्ष्मण और जानकी की अष्टधातु की मूर्तियाँ मंदिर से चोरी हो गई हैं। इसके बाद एसपी ऑपरेशन ओपी सिंह ने पुलिस की टीम गठित कर मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने सर्विलांस, एसओजी और थानाध्यक्ष पड़री की संयुक्त टीम को इस चोरी के मामले की जांच सौंपी। पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर हाईमाई मंदिर के पास से बोलेरो सवार चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से चोरी की गई मूर्तियाँ बरामद की गईं।

 


बरामद की गई मूर्तियों का वजन क्रमशः श्रीराम की मूर्ति का 22.030 किग्रा, लक्ष्मण की मूर्ति का 22.430 किग्रा और जानकी की मूर्ति का 21.590 किग्रा है। इसके अलावा पुलिस ने 2 मुकुट, 1 हार और 1 मछलीनुमा कुण्डल भी बरामद किया, जो सभी पीली धातु से बने थे। पुलिस ने इन सभी सामग्रियों को जब्त कर लिया और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया।

 


गिरफ्तार आरोपियों में पुजारी बंशीदास उर्फ बृजमोहन दास (दसोपुर, थाना कोईरोना, भदोही), लवकुश पाल (भदोही), मुकेश कुमार सोनी (महेशगंज, प्रतापगढ़) और सपा नेता रामबहादुर पाल (डुबकी खुर्द जुड़ईपुर, थाना हण्डिया, प्रयागराज) शामिल हैं। रामबहादुर पाल 2015 से 2020 तक हंडिया वार्ड 3 से सपा जिला पंचायत सदस्य रहे थे। पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की है और उन्हें जेल भेज दिया है।

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